i20 कार, तीन पिस्तौल समेत पांच घातक हथियार बरामद
जालंधर। एसएसपी हरकमल प्रीत सिंह खख के दिशा-निर्देशों में चलाये गये अभियान के तहत पुलिस टीम ने कार्रवाई करते रॉकी फाजिल्का गिरोह के सरगना गुरविंदर सिंह को गिरफ्तार किया है, जो मेहतपुर गोलीबारी और 20 करोड़ रुपये के एनआरआई अपहरण मामले समेत कई हाई-प्रोफाइल मामलों में वांछित था। आरोपी गुरविंदर सिंह, जो फाजिल्का के एमसी कॉलोनी का निवासी सुरजीत सिंह का बेटा है, ने कुख्यात रॉकी फाजिल्का गिरोह के संस्थापक की मौत के बाद गिरोह का नेतृत्व संभाला था। वह कई हिंसक अपराधों से जुड़ा हुआ है, जिसमें 22 दिसंबर, 2024 को जे. के. रेस्टोरेंट में मेहतपुर गोलीबारी की साजिश रचना भी शामिल है, जिसमें गिरोह के सदस्यों ने वित्तीय विवादों को लेकर एक व्यवसायी को धमकाने का प्रयास किया था। सिंह 2020 में 20 करोड़ रुपये की फिरौती के लिये एक एनआरआई नछत्तर सिंह के अपहरण में भी एक प्रमुख व्यक्ति था। इससे पहले, गुरविंदर के तीन साथियों- परमजीत सिंह उर्फ मोर सिद्धू, हीरा सिंह उर्फ गुरप्रदीप सिंह और सुनील कुमार उर्फ सोनू कंबोज को अपराध में इस्तेमाल की गयी 32 बोर की रिवॉल्वर और मारुति एसएक्स4 कार के साथ गिरफ्तार किया गया था।
मीडिया से बात करते हुए एसएसएसपी हरकमल प्रीत सिंह खख ने बताया कि 22 दिसंबर 2024 को गुरविंदर सिंह और उसके गिरोह ने मेहतपुर में जे.के. स्वीट शॉप एंड रेस्टोरेंट पर सुबह करीब 4:45 बजे जानलेवा हमला किया था। गिरोह ने रेस्टोरेंट मालिक पर कई राउंड फायरिंग की, जिससे इलाके में दहशत फैल गई और फिर वे मौके से भाग गए। मेहतपुर थाने में आईपीसी और आर्म्स एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था।
डीएसपी शाहकोट ओंकार सिंह बराड़ की देखरेख में सब-इंस्पेक्टर अमनदीप वर्मा और इंस्पेक्टर सुखदेव सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीमों ने खुफिया जानकारी और घटनास्थल से बरामद फोरेंसिक सबूतों के आधार पर ऑपरेशन को समन्वित किया।
पुलिस टीमों ने सीसीटीवी फुटेज के जरिए आरोपियों का बारीकी से पता लगाया और अपराध में इस्तेमाल किए गए वाहन को 210 किलोमीटर से अधिक तक ट्रैक किया, जिसके बाद आखिरकार गुरविंदर को गिरफ्तार कर लिया गया। अभियान के परिणामस्वरूप पिस्तौल और 12 बोर की डबल बैरल बन्दूक सहित तीन अवैध आग्नेयास्त्र बरामद हुए, साथ ही गोला-बारूद भी बरामद हुआ। अभियान के दौरान इन अपराधों में इस्तेमाल किए गए वाहन को भी जब्त कर लिया गया।
पूछताछ के दौरान पता चला कि गुरविंदर सिंह पंजाब और राजस्थान में जबरन वसूली, ठेके पर हत्या और भूमि विवादों में सक्रिय रूप से शामिल था। उसका गिरोह क्षेत्र में भय और असुरक्षा पैदा करने के लिए जिम्मेदार एक परिष्कृत नेटवर्क के रूप में काम करता था।
आरोपी पर पहले भी आईपीसी और आर्म्स एक्ट की कई धाराओं सहित विभिन्न मामलों के तहत मामला दर्ज किया जा चुका है। पुलिस स्टेशन मेहतपुर में आर्म्स एक्ट के प्रासंगिक प्रावधानों के तहत एक नई प्राथमिकी दर्ज की गई है। गुरविंदर सिंह को पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है और गिरोह के शेष नेटवर्क को खत्म करने और अतिरिक्त हथियार बरामद करने के लिए आगे की जांच जारी है।