लुधियानाः चंडीगढ़ मेयर चुनाव 30 जनवरी यानि कल होने जा रहा हैं, लेकिन इससे पहले राजनीति गरमा गई है। दरअसल, कांग्रेस और आप पार्टी ने अपने पार्षदों को पंजाब बुला लिया है। कांग्रेस गुरबख्श रावत को खोकर एक झटका खा चुकी है। मिली जानकारी के अनुसार बंटवारे की राजनीति से बचने के लिए कांग्रेस अपने 6 पार्षदों को लुधियाना ले आई है।
चंडीगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष एचएस लक्की ने बताया कि चंडीगढ़ निगम के चुनाव के दौरान हुई गुंडागर्दी के बारे में पूरा देश जानता है, जिस पर माननीय सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें राहत दी और अब वे अपने पार्षदों को एकजुट रखने के लिए लुधियाना लाए हैं। उन्होंने कहा कि उनके एक पार्षद को बीजेपी द्वारा डराया धमकाया गया है। लेकिन उन्होंने कहा कि कांग्रेस के 6 पार्षद और आप पार्टी के 13 पार्षद और लोकसभा सदस्य मनीष तिवारी के वोट से 30 तारीख को वह चंडीगढ़ में आप पार्टी के साथ मिलकर मेयर बनाएंगे और कांग्रेस का डिप्टी मेयर बनाया जाएगा।
वहीं बीजेपी भी अपने पार्षदों के साथ मीटिंग करने में और चुनावी तैयारियों में जुटी है। उनकी कल बैक टू बैक बैठकों का दौर चला। उनके एक प्रवक्ता टीवी डिबेट में व्यस्त रहे तो परमवीर सिंह बाबला ने कहा अभी बात करने की भी फुरसत नहीं हम चुनावों में बहुत व्यस्त हैं। उनकी माता हरप्रीत कौर बीजेपी के मेयर पद की उम्मीदवार हैं। चंडीगढ़ नगर निगम में मेयर चुनाव के लिए राजनीतिक दलों के बीच कांटे की टक्कर है। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के गठबंधन के पास 20 वोट हैं, जबकि भाजपा के पास 16 वोट हैं। कांग्रेस ने दावा किया है कि वह भाजपा को पराजित करके नगर निगम में अपना वर्चस्व स्थापित करेगी।