अमृतसरः अमेरिका से डिपोर्ट किए गए 104 भारतीयों की वतन वापसी हो गई है। वहीं इस मामले को लेकर एयरपोर्ट पर चारों तरफ भारी पुलिस फोर्स तैनात की गई है। किसी को भी आने जाने की इजाजत नहीं है। दूसरी ओर बच्चो को लेने आए परिजनों में से व्यक्ति के साथ मीडिया से बात की तो उक्त पीड़ित ने बताया कि वह अमृतसर का रहने वाला है और बच्चे को एयरपोर्ट पर लेने के लिए आया था। इस दौरान मीडिया पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके कारण अब उसे अपने बच्चे को लेने के लिए थाने जाना पड़ेगा। पीड़ित का कहना हैकि पुलिस बच्चे को जांच के लिए थाने ले गई है। सूत्रों के अनुसार एयरपोर्ट से उतरे यात्रियों को पुलिस द्वारा डिटेन किया गया है और थाने में यात्रियों की जांच-पड़ताल की जा रही है।
यात्रियों की सूची में Jalandhar 4, Amritsar 5, Gurdaspur 1, Taran Taran 1, Kapurthala 6, Hoshiarpur 2, Ludhiana 2, SBS Nagar 2, Patiala 4, Sangrur 1, SAS Nagar 1 और Fatehgarh Sahib 1 सहित कुल 30 पंजाबी यात्री शामिल है। निर्वासित किये जा रहे भारतीयों में 18 वर्ष से कम आयु के 12 बच्चे और लगभग 24 महिलाएं शामिल हैं। इसके बाद सभी लोगों की इमीग्रेशन जांच होगी। इसके साथ ही यह भी संदेह है कि बहुत सारे ऐसे भी लोग हो सकते है, जिनके खिलाफ पंजाब के विभिन्न शहरों में अपराधिक केस दर्ज हैं। ऐसे में उन लोगों की भी पहचान कर मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
जितने भी लोगों को अब अमेरिका की ओर से वापिस भेजा जा रहा है। वह सभी एजेंटों के जरिये डौंकी लगवाकर जाते हैं। इस तरह एजेंट प्रति व्यक्ति 35 से 40 लाख रुपये लेते हैं। इन सभी लोगों को मैक्सिको, पनामा आदि के जंगलों के जरिये अमेरिका में गैर-कानूनी तरीके से प्रवेश करवाया जाता है। यहां तक बहुत सारे ऐसे भी लोग होते हैं जो अमेरिका तक पहुंच ही नहीं पाते और जंगलों में भूख-प्यास के मारे दम तोड़ देते हैं।