
जालंधर में नशा रहेंगा या चन्नी पोस्टर की रिंकू ने दिलाई याद
जालंधर, ENS: लोकसभा में वाराणसी स्पेशल ट्रेन चलाने को लेकर बीते दिन सांसद व पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी अपील की थी। वहीं इस मामले को लेकर राजनीति गरमा गई है। दरअसल, आज प्रेस वार्ता के दौरान भाजपा नेता व पूर्व सासंद सुशील रिंकू ने चन्नी पर पलटवार किया है। बीजेपी ने चरणजीत चन्नी से अपील की है कि वह इस तरह के बयान देकर लोगों को गुमराह न करें और झूठा प्रचार करना चन्नी साहब को शोभा नहीं देता। सुशील रिंकू ने नशे के मुद्दे पर चन्नी का घेराव किया। इस दौरान उन्होंने चन्नी के मौजूदा आप सरकार के साथ गठबंधन पर भी बात कही। उन्होंने कहा कि नशे के मुद्दे पर सीएम भगवंत मान से चन्नी सवाल क्यों नहीं कर रहे।
रिंकू ने चन्नी को जालंधर का पार्ट टाइम सांसद बताया। उन्होंने कहा कि जब चरणजीत चन्नी अपने निजी काम से फ्री होते हैं तो उन्हें जालंधर के सांसद होने का अपना कर्तव्य याद आता है। रिंकू ने चरणजीत चन्नी पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब वह मुख्यमंत्री पद पर थे तो उन्होंने डेरा बल्लां से बातचीत करके केंद्र से एक विशेष ट्रेन की मांग की थी, लेकिन अगर चन्नी अपनी पैचवर्क राजनीति से बाहर आते तो पंजाब में दलित समुदाय के लिए बहुत काम किया जा सकता था।
चन्नी को लेकर रिंकू ने कहा कि वह अपने कांग्रेसी भाइयों के दुख-सुख में नहीं पहुंचते तो वह लोगों के लिए समय कैसे निकालेंगे। उन्होंने कहा कि मैं कई कांग्रेसी भाइयों के घर पहुंचा लेकिन मुझे चरणजीत चन्नी कहीं नजर नहीं आए।
नशे के मुद्दे पर रिंकू ने कहा कि सरकार नशे को खात्म करने को लेकर बिल्कुल भी गंभीर नहीं है। रिंकू ने चन्नी को उनके पोस्टर की याद दिलाई और कहा कि वो बातें कहां हैं जिनमें लिखा था कि जालंधर में या तो चन्नी रहेंगा या नशा। रिंकू ने पुलिस प्रशासन को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि अगर प्रशासन सरकार के दबाव में आकर गलत लोगों का साथ देना बंद कर दे तो नशाखोरी को खत्म किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि अगर पुलिस प्रशासन ने जल्द ही सख्त कार्रवाई नहीं की तो वह दिन दूर नहीं जब लोग नशे से होने वाली मौतों के बाद शव पुलिस अधिकारियों के दफ्तरों के सामने लाकर धरना-प्रदर्शन करेंगे।