राहत सामग्री देते समय गांव के बच्चों ने परिषद के पदाधिकारियों से रखी थी मांग
परिषद के पदाधिकारियो ने दूसरे दिन गांव के समीप जाकर अभिभावकों को सौंपी सामग्री
बद्दी\सचिन बैंसल: कुल्लू के मलाना क्षेत्र के आपदा प्रभावित गांव बालोदी में भारत विकास परिषद की बद्दी शाखा के पदाधिकारियों ने स्कूल जाने वाले बच्चो को शिक्षण सामग्री बांटी। परिषद ने बच्चों की मांग पर यह सामग्री दी।
भारतीय विकास परिषद की बद्दी शाखा के महासचिव देवव्रत यादव ने बताया कि 1अगस्त की सुबह को मालाना हाईडल प्रोजेक्ट का बांध टूटने से पावर्ती नदी के किनारे बसे बालोदी गांव तबाह हो गया था। परिषद ने इस गांव के प्रभावित लोगों को भोजन के डिब्बे , स्वेटर व गर्म कंबल बांटे। जब शाखा के पदाधिकारी तैयार भोजन के डिब्बे व गर्म वस्त्र बांट रहे थे तो गांव के स्कूल जाने वाले कारूल ठाकुर व चिराग ठाकुर ने ने संस्था के पदाधिकारियों के सामने पेन व कॉपी की मांग रखी।जिसके संस्था ने उन्हें देने का वायदा किया।
उसी दिन शाम को संस्था के पदाधिकारियो ने कसोल कस्बे से यह कापी व पेन खरीदे और सोमवार को यह सामग्री दी। बच्चे स्कूल में होने के कारण संस्था के पदाधिकारियो ने यह सामग्री उनके अभिभावकों को सुपर्द कर दी। शाखा के अध्यक्ष रमन कौशल ने बताया कि बालोदी गांव में जाने के लिए लोगों ने पंगडंडी का रास्ता बनाया हुआ है। लेकिन सामान को झूला पुल के माध्यम से गांव तक पहुंचाया जाता है। इस गांव के अधिकांश लोगों का सब कुछ पानी में बह गया है।
यहां के लोगों का जीवन काफी कठिन है। परिषद की ओर से ग्रामीणों को राहत सामग्री दी गई थी उसे पहुंचाने में 10 घंटे का समय लगा। दस घंटे में तभी सामान भी पहुंचा जब इस गांव के बच्चे, महिलाएं व पुरूष सभी एक साथ जुटे रहे। संस्था इस तरह के परोपकार के कार्य लंबे समय से करती आ रही है। इस मौके पर संस्था के पूर्व अध्यक्ष नीरज गुप्ता, प्रीत पाल, परविंद्र सिंह, दीया पंवार व स्वाति पंवार भी मौजूद रहे।