जनता से दूरी तथा अफसरों से नजदीकियों की मिली सजा
जालंधर, ENS: कांग्रेस पार्टी से डिप्टी मेयर के पद पर पहुंचे हरसिमरनजीत सिंह बंटी ने आम आदमी पार्टी का दामन थाम मेयर पद का सपना संजौय लिया था। जिसके बाद उन्होने अपने वार्ड नंबर 50 से आम आदमी पार्टी के बैनर तले चुनाव लड़ा, जहां काग्रेस से चरणजीत सिंह भाजपा से मनजीत सिंह टीटू मैदान में थे। सुबह वोटिंग के दौरान ही बंटी अपनी जीत निश्चित देख खुद को मेयर बनने के रास्ते तलाश रहे थे।
मगर देर शाम सभी सपने चखनाचूर हो गए, जब नतीजे मनजीत सिंह टीटू के हक में घोषित किए गए। मनजीत सिंह टीटू से बंटी के पहले भी कई बार चुनावी टक्कर हो चुकी है। मगर सत्तापक्ष के साथ होने के चलते बंटी पिछली बार आसानी से यह चुनाव जीत गए थे। डिप्टी मेयर बनने के बाद उन्होने अपने वार्ड से दूरी बना ली और जनता के जरूरी काम नहीं किए। बंटी निगम दफ्तर में बैठ कर ऊपरी सिसायत तथा अफसर शाही के करीब पहुंच गए थे और यही करीबी उन्हे अपने वार्ड की जनता से दूर कर गई।
बंटी सुशील रिंकू के भी काफी करीब थे। बंटी की जीत के पीछे सुशील रिंकू की चाण्कय नीति काम करती थी। इस बार रिंकू से अलग होकर बंटी ने चुनाव लड़ा था। वहीं पूर्व मेयर जगदीश राजा ने भी कांग्रेस का साथ छोड़ आम आदमी पार्टी का दामन था और एक बार फिर मेयर बनने का सपना देख लिया था।
वार्ड नंबर 64 से जगदीश राजा आम आदमी पार्टी को भाजपा के राजीव ढींगरा ने बुरी तरह से हरा दिया। राजा सहित उनकी पत्नी वार्ड नंबर 65 से अनीता राजा भी हार गई। इसी के साथ निगम के तीसरे दिग्गज माने जाते कमलजीत सिंह भाटिया की पत्नी जसपाल कौर भाटिया वार्ड नंबर 49 से हार गई। इस वार्ड से कांग्रेस से नेहा की जीत हुई है।