पंचकूलाः फरीदाबाद की एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की टीम ने पंचायती राज विभाग के रिटायर्ड अकाउंट ऑफिसर के घर में दबिश दी। इस दौरान एसीबी की टीम ने 50 करोड़ रुपये के घोटाले का पर्दाफाश करते 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह मामला बीडीपीओ कार्यालय, हसनपुर, जिला पलवल से जुड़ा है, जहां एक निजी फर्म के माध्यम से सरकारी धन का गबन किया गया था। मिली जानकारी के अनुसार ACB को घर से 3.65 करोड़ रुपए की नगदी और 6 लाख 65 हजार रुपए के सोने और चांदी के जेवरात मिले हैं। टीम ने पूर्व अफसर शमशेर सिंह को गिरफ्तार किया। इस कार्रवाई में पुलिस ने क्लर्क और अकाउंटेंट को भी गिरफ्तार किया है।
ACB के मुताबिक पंचायत विभाग ने शिकायत दी थी कि कुछ अधिकारी भ्रष्टाचार में संलिप्त हैं। इसका खुलासा विकास एवं पंचायत विभाग के कार्यालय निदेशक की ऑडिट रिपोर्ट में हुआ। प्रदेश के चीफ अकाउंटेंट जनरल (प्रधान महालेखाकार) ने इस संबंध में रिपोर्ट सौंपी थी। जिसमें कहा कि विभाग के मुख्य लेखा अधिकारी की लॉगइन आईडी से बिना उचित अथॉरिटी और मंजूरी के वित्तीय वर्ष 2023-24 और 2024-25 में पलवल के जिला विकास एवं पंचायत अफसर (DDPO) को फंड आवंटित कर दिया गया। इस आवंटित फंड को सही दिखाने के लिए पलवल जिले के हसनपुर स्थित BDPO कार्यालय ने एक निजी फर्म मैसर्ज दीपक मैनपावर सर्विस के नाम पर बार-बार फर्जी बिल तैयार करवाए।
इस शिकायत पर ACB ने 24 जनवरी को FIR दर्ज की। इसमें पलवल जिले के हसनपुर स्थित BDPO कार्यालय के क्लर्क राकेश कुमार को नामजद किया गया। उसके साथ विवादित फर्म मैसर्ज दीपक मैनपावर सर्विस, हसनपुर BDPO कार्यालय के अधिकारी और कर्मचारी, पलवल के DDPO कार्यालय, विभाग के कार्यालय निदेशक और अन्य प्राइवेट लोगों को आरोपी बनाया। इनके खिलाफ आईटी एक्ट 2000 के साथ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराएं भी लगाई गईं। इसके बाद कार्रवाई करते हुए 25 जनवरी को ACB की टीम ने राकेश कुमार को गिरफ्तार किया। टीम ने आरोपी को कोर्ट में पेश कर 31 जनवरी तक रिमांड पर लिया।