लुधियाना। पंजाब विजिलेंस ब्यूरो (Punjab Vigilance Team) ने राज्य में भ्रष्टाचार विरुद्ध चलाई जा रही मुहिम के अंतर्गत ग्रेटर लुधियाना एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी (ग्लाडा) लुधियाना में तैनात क्लर्क (फ्रंट डेस्क एग्जीक्यूटिव) अनिक्षा देवी को गूगल पे के जरिए 1500 रुपए रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है।
1500 रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ी गई
विजिलेंस टीम ने अनिक्षा देवी को गूगल पे के जरिए 1500 रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा। यह कार्रवाई लुधियाना के न्यू दीप नगर, हेबोवाल कलां निवासी अभिजीत सिंह वर्मा की शिकायत के आधार पर की गई। शिकायतकर्ता ने मुख्यमंत्री की भ्रष्टाचार विरोधी हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज कराई थी।
शिकायतकर्ता ने लगाए थे गंभीर आरोप
शिकायतकर्ता अभिजीत सिंह वर्मा ने बताया कि उन्हें प्लॉट की बिक्री के लिए आवश्यक एनओसी (नॉन ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट) चाहिए था। इसके लिए अनिक्षा देवी ने उनसे 4251 रुपए की ऑनलाइन फीस भरने के लिए कहा। लेकिन इसके अलावा उन्होंने एनओसी जारी करने के लिए गूगल पे के माध्यम से 1500 रुपए की अतिरिक्त रिश्वत मांगी।
जांच में आरोप सही पाए गए
विजिलेंस ब्यूरो के एसएसपी रविंदरपाल सिंह संधू ने जानकारी दी कि शिकायत की जांच के दौरान शिकायतकर्ता द्वारा लगाए गए आरोप सही साबित हुए। मौखिक और दस्तावेजी साक्ष्यों ने इस बात की पुष्टि की कि क्लर्क अनिक्षा देवी ने रिश्वत ली थी।
भ्रष्टाचार रोकथाम अधिनियम के तहत मामला दर्ज
जांच के बाद, आरोपी क्लर्क के खिलाफ भ्रष्टाचार रोकथाम अधिनियम के तहत विजिलेंस ब्यूरो लुधियाना रेंज थाने में मामला दर्ज किया गया है। अनिक्षा देवी को अदालत में पेश किया जाएगा, और इस मामले में आगे की जांच जारी है।