जालंधर, ENS: किसानों ने मंडियों में धान की खरीद ना किए जाने को लेकर भारी रोष पाया जा रहा है। जिसके चलते आज किसानों द्वारा डीसी दफ्तर के बाहर प्रदर्शन किया गया। वहीं मामले की जानकारी देते हुए कादियां जिला जालंधर के किसान नेता ने कहा कि प्रशासन पराली जलाने के मामले में कह रही है कि पराली जलाने वाले किसानों पर पर्चा दर्ज किया जाएगा। उन्होंने कहा कि 23 सितंबर से अब तक किसान मंडियों में बैठा हुआ, लेकिन कोई धान नहीं उठा रहा। ऐसे में क्या प्रशासन पर पर्चा दर्ज नहीं होना चाहता।
किसान नेता ने कहा कि सरकार ने 1 अक्टूबर को धान उठाने के लिए कहा था, लेकिन आज 5 अक्टूबर का समय हो गया है, अभी तक धान मंडियों में से उठाया नहीं गया है। उन्होंने कहा कि कोई बारदाना तक नहीं आ रहा और ना ही मंडी में कोई एजेंसी आ रही है। जिला बीकेयू के प्रधान ने कहा कि धान की खरीद शुरू ना होने के कारण आज किसानों द्वारा प्रदर्शन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 1 तारीख से सभी सरकारों द्वारा धान की खरीद शुरू कर दी जाती थी, लेकिन अभी तक धान की खरीद नहीं की जा रही।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि प्रशासन द्वारा कहा जा रहा है कि शैलरों के रोष में यह किया जा रहा है। किसान नेता ने कहा कि उन्हें कहा जा रहा है कि पिछले साल का धान पड़ा हुआ है। वहीं कहा जा रहा है कि कमीशन नहीं बढ़ाया गया। किसान नेता ने कहा कि कमिशन को सरकार बाद में भी बढ़ा सकती है, लेकिन धान को सरकार की खरीद को रोका नहीं जा सकता है। उन्होंने कहा कि आज धान को लेकर मंडी में आए हुए 20 दिन हो गए है, लेकिन अभी तक धान की खरीद शुरू नहीं हो रही। किसान नेता ने कहा कि केंद्र सरकार धान की खरीद से हाथ पीछे खींच रही है।
उन्होंने कहा कि मेहतपुर मंडी में मॉइश्चर ज्यादा होने के कारण ट्रालियां मंडी में लाने पर प्रशासन द्वारा रोक लगाई गई थी। उन्होंने कहा कि जिसके बाद हमने खुद आढ़तियों के साथ वहां पर मीटिंग करने के बाद धान मंडियों में लाया गया। उन्होंने कहा कि एक सप्ताह से उनकी धान ट्रालियों में खराब हो रही है। जिसके चलते आज किसान नेताओं में प्रशासन के खिलाफ धान की खरीद ना किए जाने को लेकर रोष पाया जा रहा है।