पंजाब, (चंडीगढ़), 9 अक्टूबर, 2024: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सुरक्षा को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से बाढ़ सुरक्षा परियोजना को मंजूरी दी है। इस परियोजना का कुल लागत 176.29 करोड़ रुपये है और इसे सीमा चौकियों (BOPs) की सुरक्षा के लिए शुरू किया गया है। यह परियोजना अमृतसर, तरन तारन, फिरोज़पुर, पठानकोट और गुरदासपुर जिलों के 28 स्थलों पर लागू होगी।
मुख्यमंत्री ने राज्य बाढ़ नियंत्रण बोर्ड की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि सीमा सुरक्षा बल (BSF) और सेना की ओर से बार-बार अनुरोध आ रहे थे कि सीमा चौकियों को बाढ़ से सुरक्षित किया जाए। उन्होंने बताया कि इन स्थलों को रवि, सतलुज और उज नदियों के बाढ़ से खतरा रहता है, जिससे महत्वपूर्ण रक्षा स्थलों को नुकसान हो सकता है। राष्ट्रीय सुरक्षा के महत्व को ध्यान में रखते हुए, राज्य सरकार ने 176.29 करोड़ रुपये की लागत से इस परियोजना को तैयार किया है।
परियोजना का महत्व:
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बाढ़ सुरक्षा कार्य राष्ट्रीय सुरक्षा की दृष्टि से अति महत्वपूर्ण हैं। अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पहले ही सुरक्षा अवरोध और अन्य रक्षा संरचनाएं स्थापित की जा चुकी हैं, लेकिन अब बाढ़ सुरक्षा को और मजबूत करने की आवश्यकता है ताकि देश की सुरक्षा से कोई समझौता न हो।
भगवंत मान ने बताया कि इस परियोजना के तहत अमृतसर, तरन तारन, फिरोज़पुर, पठानकोट और गुरदासपुर जिलों में कुल 28 स्थलों की पहचान सेना के सहयोग से की गई है। इस परियोजना से 8695.27 हेक्टेयर भूमि को लाभ होगा। उन्होंने बताया कि इन 28 स्थलों में से सात फिरोज़पुर, 11 अमृतसर, तीन तरन तारन, पांच गुरदासपुर और दो पठानकोट में स्थित हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस परियोजना के तहत 1788 फीट तटबंध तरन तारन में, 1050 फीट फिरोज़पुर में और 2875 फीट गुरदासपुर में प्रस्तावित हैं। इसके अलावा, 29140 फीट रेवेटमेंट, 22 स्पर्स और 95 स्टड्स भी परियोजना का हिस्सा होंगे। भगवंत मान ने इस परियोजना को पंजाब जैसे सीमा राज्य के लिए रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण बताया, खासकर राष्ट्रीय सुरक्षा के संदर्भ में।