बीडीसी जोगिंद्र देव आर्य का उपलब्धियों भरा रहा चौथे वर्ष का कार्यकाल
ऊना/सुशील पंडित: पंचायत समिति सदस्य जोगिंद्र देव आर्य ने अपने चौथे साल में क्षेत्र के विकास के लिए कई महत्वपूर्ण कार्य किए। उनके प्रयासों ने न केवल पंचायत क्षेत्र की बुनियादी सुविधाओं में सुधार किया, बल्कि ग्रामीणों की जीवनशैली को बेहतर बनाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
स्वच्छता के लिए 50 डस्टबिन की व्यवस्था
जोगिंद्र देव आर्य ने गांवों में स्वच्छता बनाए रखने के लिए की, जिससे कचरे की समस्या में कमी आई और गांवों को स्वच्छ रखा जा सका। आर्य ने ग्रामीणों के लिए स्वच्छता सुविधाओं में सुधार करते हुए 3 नए शौचालयों का निर्माण करवाया, जिससे स्वच्छता सेवाओं में सुधार हुआ और स्वच्छता को बढ़ावा मिला। घटटी गांव की पानी की समस्या का समाधान करने के लिए जोगिंद्र देव आर्य ने 90 हजार रुपये की सहायता प्रदान की, जिससे गांव की पानी की समस्या का समाधान होगा। कृषि क्षेत्र में सुधार लाने के लिए उन्होंने किसानों को गोभी और सरसों के बीज मुहैया कराए, जिससे किसानों को बेहतर उत्पादन प्राप्त होगा। गांवों की पहचान बढ़ाने के लिए जोगिंद्र देव आर्य ने मुख्य सड़क के विभिन्न गांवों में नाम के बोर्ड लगवाए, जिससे गांवों की पहचान में आसानी हुई। इस काम को समय पर करवाने के लिए उन्होंने कुटलैहड़ के विधायक विवेक शर्मा से भी मदद ली। युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए रोजगार मेला आयोजित किया गया, जिससे कई युवाओं को रोजगार प्राप्त हुआ।
जोगिंद्र देव आर्य ने कुटलैहड़ विधायक विवेक शर्मा विक्कू द्वारा शहीद बृजेश कुमार की याद में प्रतिमा को स्थापित करने में भी जोगिंद्र देव आर्य की महत्वपूर्ण भूमिका रही। जिससे स्थानीय लोगों को अपने वीर शहीद के योगदान को याद करने का अवसर मिला। जोगिंद्र देव आर्य ने क्षेत्र की समस्याओं के समाधान हेतु मुख्य मंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, विधायक विवेक शर्मा विक्कू और विभिन्न सरकारी विभागों को ज्ञापन सौंपे , ताकि गांववासियों को बेहतर सुविधाएं मिल सकें।
पंचायत समिति क्षेत्र में सार्वजनिक स्थानों पर सुरक्षा और सजावट को ध्यान में रखते हुए, 10 सोलर लाइटों का प्रावधान किया गया, जिससे रात के समय क्षेत्र में उचित रोशनी सुनिश्चित होगी और सुरक्षा में भी वृद्धि होगी। इन कार्यों से यह साबित होता है कि जोगिंद्र देव आर्य का उद्देश्य न केवल क्षेत्र का विकास करना है, बल्कि ग्रामीणों की जीवनशैली को भी सुधारना है। उनके समर्पण और प्रयासों से पंचायत समिति क्षेत्र में महत्वपूर्ण बदलाव आए हैं।