गुरदासपुरः बीते दिन बैंक कर्मियों द्वारा लोन ना चुकाने के कारण विधवा सास और बहू को उनके एक बच्चे सहित घर से बाहर निकलाकर घर में ताला लगाने का मामला सामने आया था। अब इस मामले में किसान इन औरतों के हक में आते दिखाई दे रहै हैं। किसानों नें बैंक द्वारा लगाए गए ताले तो तोड़कर दोबारा उन्हैं घर दोबारा घर में प्रवेश करवाया।
बता दें कि गुरदासपुर के कस्बे धारीवाल की एक विधवा औरत उसकी सास ओर उसके नौ साल के बेटे के साथ 10 लाख रुपये का कर्ज न चुकाने पर घर से बाहर निकाल दिया गया था। महिला के पति और ससुर ने पहले ही कर्ज के बोझ से तंग आकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली।
इस मामलो को लेकर धारीवाल में किसान नेताओं ने बड़ी संख्या में इकट्ठा होकर मार्च निकाला है। किसानों ने निजी बैंक के बाहर धरना भी दिया। किसान नेताओं ने बैंक के अधिकारियों से बातचीत भी की, लेकिन बैंक अधिकारियों के घर खोलने से इनकार करने के कारण बातचीत सिरे नहीं चढ़ पाई। जिसके बाद भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां के नेता बड़ी संख्या में एकत्र होकर बैंक द्वारा सील किए गए मकान के ताले को तोड़कर पीडित औरत उसकी सास ओर बेटे को घर में प्रवेश कराया। साथ ही किसान नेताओं ने उनके घर के बाहर मजबूत मोर्चा बना लिया है।