हेल्थः माइग्रेन एक असहनीय दर्द है, जिसे सिर में उठने वाला तेज दर्द भी कहा जाता है। माइग्रेन का दर्द कुछ मिनट से लेकर लगातार कुछ दिनों तक बना रह सकता है। ठंड में माइग्रेन के मरीजों की तकलीफ बढ़ जाती है। ऐसे में उनके लिए काली मिर्च खाना फायदेमंद हो सकता है। माइग्रेन का दर्द छोटे बच्चों से लेकर ज्यादा उम्र के लोगों को भी हो सकता है। आमतौर पर दर्द बढ़ने से उल्टी, सूजन और चक्कर जैसी समस्याओं से भी माइग्रेन के मरीजों को जूझना पड़ता है।
हालांकि, इसके दर्द से राहत पाने का उपाय रसोई में उपलब्ध काली मिर्च के रूप में है। आयुर्वेद में काली मिर्च को काफी फायदेमंद माना जाता है। यह जुकाम-खांसी, वायरल, फेफड़े संबंधित समस्याओं के साथ ही माइग्रेन के लिए भी रामबाण माना जाता है।
आयुर्वेदिक के मुताबिक माइग्रेन केवल सिर में ही नहीं बल्कि पूरे शरीर में होने वाला तेज दर्द है। जब पूरे शरीर की नसें तन जाती हैं और फिर सिकुड़ जाती हैं तो इससे माइग्रेन का दर्द होता है। सिर में एक तरफ से शुरू होकर यह गर्दन, कंधे और पीठ के साथ हाथ में भी हो सकता है।
डॉक्टर ने काली मिर्च की औषधीय खूबियों पर प्रकाश डालते बताया कि माइग्रेन से राहत पाने के लिए मरीज को दो या तीन काली मिर्च को मुंह में रखकर चबाना चाहिए। इससे वे बेहतर महसूस करते हैं। काली मिर्च में ‘पिपेरिन’ नामक एक एंजाइम होता है, जो सूजन रोधी है और माइग्रेन के दर्द से राहत दिलाने में सहायक होता है।