कोटाः बाघों की संख्या कम होने के चलते प्रशासन तथा सरकार इनकों बचाने के लिए विभिन्न प्रयास करता रहता है। इसी के चलते वन विभाग के लोग बाघों पर खास तौर पर नजर रखते हैं। वहीं दूसरी ओर मुकंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व का इकलौता बाघ फिर रिजर्व से बाहर निकल गया।
हालांकि एक दिन बाद विभाग की टीम को जवाहर सागर रेंज में बाघ के पगमार्क मिले है। रेडियोकॉलर नहीं होने के कारण बाघ का सिग्नल भी नहीं मिल रहा है। विभाग की टीमें बाघ को तलाशने में जुटी है। सूत्रों की माने तो बाघ एमटी-5 मुकंदरा से निकलर चित्तौड़ के जोगणिया इलाके तक चला गया।
मुकंदरा टाइगर रिजर्व डीएफओ मुथु एस ने बताया कि एमटी-5 मुकंदरा के आसपास की टेरिटरी में है। उसकी ट्रैकिंग की जा रही है। उसका रेडियोकॉलर पहले से ही खराब है। रेडियोकॉलर की लाइफ टाइम खत्म हो चुकी। अभी मुकंदरा रिजर्व के करीब जवाहर सागर रेंज में टाइगर के पगमार्क मिले है। मुकंदरा में चित्तौड़ का कुछ एरिया भी आता है। 3 टीमें लगातार टाइगर की ट्रैकिंग में लगी हुई है।
बता दें इस साल एमटी-5 बाघ तीसरी बार मुकंदरा से बाहर निकला है। जुलाई के महीने के भी एमटी-5 मुकंदरा से निकल गया था। 2 दिन बाद एमटी-5 चंबल किनारे बोराबास रेंज में घूमता दिखाई दिया था।