जालंधर, ENS: एक अक्टूबर यानि कल से प्रदेश भर में धान की फसल की सरकारी खरीद शुरू की जाएगी। जिसके चलते प्रशासन द्वारा तैयारियां मुक्कमल कर ली गई हैं। वहीं इस मामले को लेकर डिप्टी कमिश्नर हिमांशु अग्रवाल का बयान सामने आया है। इस दौरान उन्होंने कहा कि उनके द्वारा मंडियों में धान की खरीद को लेकर पुख्ता प्रबंध कर लिए गए है। डीसी ने कहा कि 78 मंडियां है, वहीं 158 राइस मिल है।
डीसी ने कहा कि अफसरों के साथ मीटिंग करके मंडियों में आने वाले किसानों को दी जाने वाली सुविधा को लेकर मीटिंग करके तैयारियां मुक्कमल कर ली गई है। वहीं डीसी ने कहा कि इस सीजन को सफलतापूर्वक ढंग से निपटा जाएंगा। जिसमें जमींदारों के रहने और खाने के लिए विशेष व्यवस्था की गई है और साथ ही उन्होंने किसानों को निर्देश दिया है कि वे धान में कम नमी वाले धान को बाजार में लाएं ताकि उन्हें जल्द से जल्द खरीदा जा सके।
वहीं नमी (माइश्चर) को लेकर दी गई हिदायतों के बारे में डीसी ने कहा कि सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक कबाइन के साथ अवेसिंग की जाती है। ऐसे में उस पर पूरी तरह से पाबंधी लगाई गई है। डीसी ने कहा कि कबाइन के मालिकों के साथ मीटिंग की जा रही है। उन्होंने कहा कि 163 भारतीय न्याय आचार सहिंता एक्ट लागू कर दिया गया है। ऐसे में अगर कोई आचार संहिता का उल्लंघन करता पाया जाता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि इसके साथ मंडी में काफी परेशानी का लोगों को सामना करना पड़ता है।
वहीं किसानों सहित मंडियों में आढ़तियों को भी परेशान होना पड़ता है। डीसी ने कहाकि आढ़तियों की भी कम नमी वाले धान को लेकर मांग की गई थी। वहीं उन्होंने मंडियों में धान के दौरान लेबर की कमी को लेकर डीसी ने कहा कि इस मामले की ओर भी ध्यान दिया जा रहा है और हर साल की तरह इस बार भी इससे निपटारा कर लिया जाएंगा। वहीं आढ़तियों की हड़ताल को लेकर डीसी ने कहा कि कुछ मुद्दे उनके सीनियय अधिकारियों के साथ है जिसको लेकर उच्च अधिकारियों के साथ मीटिंग चल रही है।
डीसी ने कहा कि उनकी बात को सुनकर दोनों पक्षों की सहमति के साथ इस मुद्दे को हल कर लिया जाएगा। वहीं पराली जलाने जाने के मामले को लेकर डीसी ने कहा कि उन्होंने प्रत्येक गांव में नोडल अफसर को तैनात कर दिया गया है। ऐसे में किसानों को पराली ना जलाने के बारे में जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बार-बार सुप्रीम कोर्ट, एनजीओ सहित प्रशासन द्वार पराली ना जलाने की अपील की जा रही है। ऐसे में इस ओर भी खास ध्यान दिया जा रहा है। वहीं उन्होंने कहा कि किसानों का भुगतान जल्द कर दिया जाएगा ताकि जमींदारों को किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।