लुधियानाः पंजाब में किसानों को लेकर मुद्दा गरमा गया है। दरअसल, किसानों द्वारा कल रेलवे ट्रैक रोके जाने का ऐलान किया गया है। वहीं इस मामले में केंद्रिय राज्य मंत्री व भाजपा नेता रवनीत बिट्टू और पंजाब कैबिनेट मंत्री हरदीप सिंह मुंडिया में जुबानी जंग छिड़ गई है। दरअसल, मीडिया से बात करते हुए किसानों की कल रेलवे ट्रैक जाम करने के दौरान प्रशासन के साथ टकराव की स्थिति होने आसार के मामले में केंद्रिय राज्य मंत्री व भाजपा नेता रवनीत बिट्टू ने कोई टकराव नहीं होगा। लोकतंत्र में उनका प्रदर्शन करने का हक है। कानून के दायरे में रहकर कोई भी प्रदर्शन कर सकता है। वहीं दुष्यत चौटाला सहित कई कांग्रेस नेताओं ने बीते दिन किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल से मुलाकात की थी।
किसान नेता के साथ राजनीतिक पार्टियों के नेताओं की मुलाकात पर बिट्टू भड़क गए। उन्होंने कहा कि राजनीतिक पार्टियों को छोड़ों ये नौंटकी कर रहे है। जब पिछली बार किसान धरने पर बैठे थो तो इनसे पूछा जाए कि क्या कोई नेता वहां किसानों के धरने पर गया था। पंजाब के नेताओं से पूछा जाए कि कोई एक दिन धरने पर क्यों नहीं बैठा, कोई नेता आमरण अनशन क्यों नहीं बैठा। जब मैं सासंद में था मैं सवा साल तक जंतर मंतर में धरने पर किसानों के साथ बैठा रहा हूं। किसान ठीक कह रहे है कि पंजाब के 13 सासंद किसानों का मुद्दा सासंद में क्यों नहीं रख रहे, वह लोकसभा में ऐश करने थोड़ा गए है। किसानों के साथ बातचीत को लेकर बिट्टू ने कहाकि मैंने पहले दिन से कहा कि जहां किसी भी दिन वह उन्हें आदेश दें और वह वहां पर आकर बात कर सकते है, लेकिन अब पुरानी बाते करने का कोई फायदा नहीं है।
वहीं दूसरी ओर पंजाब कैबिनेट मंत्री हरदीप सिंह मुंडिया ने रवनीत बिट्टू पर किसानों के सवालों पर पलटवार करते हुए जवाब दिया है। कैबिनेट मंत्री ने कहा कि बिट्टू याद करें कि वह अब कांग्रेस में नहीं है वह भाजपा में शामिल है। उन्होंने कहा कि किसानों ने भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है। ऐसे में बिट्टू को अगर किसानों की इतनी चिंता है तो वह प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी से बात करके किसानों का मसल हल करवाएं। उन्होंने कहाकि पिछले एक साल में जंतर मंतर पर किसानों के साथ बिट्टू के बैठने के मामले में पलटवार करते हुए कहा कि वह शायद भूल गए है कि वहां पर डेढ साल तक आप पार्टी के नेता किसानों के साथ धरने पर बैठे हुए थे। उस दौरान कई किसानों की मौते हो गई थी। आज फिर से भाजपा से दुखी होकर किसानों द्वारा प्रदर्शन किया जा रहा है। ऐसे में एक बार फिर से हरियाणा में भाजपा सरकार द्वारा किसानों को दिल्ली कूच करने नहीं दिया जा रहा।