जालंधर, ENS: महानगर में मां-बेटी ने अनोखी मिसाल पेश की है। दरअसल, छोटी उम्र में मां की शादी हो जाने के बाद महिला की पढ़ाई छूट गई थी। लेकिन पढ़ाई के प्रति महिला के पति का प्यार कम नहीं हुआ। जिसके चलते महिला ने शादी के बाद पढ़ाई दोबारा शुरू की और अब मां और बेटी दोनों ने एक साथ डिग्री हासिल की है। दरअसल, महिला की बेटी बचपन से ही दृष्टिहीन थी। लेकिन इन सबके बाद भी महिला ने हार नहीं मानी। बेटी की पढ़ाई पूरी करवाने के लिए उसने ब्रेल भाषा सीखी और ऑडियो-बुक बनाना शुरू किया।
मां मनप्रीत और बेटी गुरलीन कौर (25) ने लायलपुर खालसा कॉलेज फॉर विमेन से ह्यूमैनिटीज में डिग्री हासिल की है। मनप्रीत के पति सुखविंदर सिंह पेंट के कारोबार से जुड़े हैं। मनप्रीत कौर ने बताया कि उसकी शादी 18 साल की उम्र में हो गई थी। जिसके कारण वह अपनी उम्र के हिसाब से पढ़ाई नहीं कर पाई। लेकिन जब बेटी गुरलीन कौर ने जालंधर के लायलपुर खालसा कॉलेज फॉर वूमेन में ह्यूमैनिटीज स्ट्रीम में एडमिशन लिया। इसी दौरान मनप्रीत के मन में भी पढ़ाई पूरी करने की इच्छा जागी। मनप्रीत ने बताया- बेटी के साथ पढ़ाई करने का यह सही समय था। मां-बेटी दोनों ने एक साथ कॉलेज में एडमिशन लिया और डिग्री पूरी की।
मां के साथ डिग्री लेने के बाद गुरलीन ने बताया कि मैं सिविल सेवा में जाना चाहती हूं। हम दोनों ने 2 समान विषय इतिहास और राजनीति विज्ञान चुने। मैंने तीसरा विषय वैकल्पिक अंग्रेजी चुना, जबकि मां पंजाबी में ज्यादा सहज थीं। कई एनजीओ ने मुझे हर विषय की ऑडियो बुक दी, लेकिन गुरलीन उसे इतने अच्छे से नहीं अपना पाई। गुरलीन ने बताया कि मैंने शुरू से ही मां की आवाज में रिकॉर्ड किए गए चैप्टर सुने हैं। ऐसे में मुझे ऑडियो सुनना ज्यादा पसंद आया।
मनप्रीत ने कहा कि अगर गुरलीन के पिता ने मेरा हौसला न बढ़ाया होता तो मेरे लिए ये सब मुश्किल हो जाता। मैं पहले साल के बाद ही पढ़ाई छोड़ देता। क्योंकि मुझे नहीं पता था कि इस उम्र में पढ़ाई करने में इतनी दिक्कतें आ सकती हैं। लेकिन उन्होंने हमेशा मेरा हौसला बढ़ाया और मुझे डिग्री मिल गई। मनप्रीत ने कहा कि ऑडियो रिकॉर्ड करके गुरलीन को देना कोई बड़ा काम नहीं था।
पिता सुखविंदर अरोड़ा ने कहा- मुझे खुशी है कि मेरी पत्नी और बेटी एक साथ डिग्री हासिल कर रही हैं। दीक्षांत समारोह में दोनों का खड़े होकर स्वागत किया गया। सुखविंदर ने कहा- बेटी गुरलीन सिविल सर्विसेज की तैयारी कर रही है। उसकी कोचिंग ऑनलाइन चल रही है। मेरी पत्नी का काम अभी खत्म नहीं हुआ है, वह ऑडियो बुक बनाकर गुरलीन को देती रहेगी।