जालंधर, ENS: जालन्धर निगम चुनाव के नतीजे इस बार सैंट्रल तथा वैस्ट हल्के के लिए बेहद खराब दिखाई दे रहै हैं जहां कई वार्डों से आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार हार का मुंह देख रहे हैं। क्यास लगाए जा रहे थे कि इस बार आम आदमी पार्टी जालन्धर सैंट्रल से मेयर बनाएगी। बात की जाए तो वैस्ट हल्के से शीतल अंगुराल जब से आम आदमी पार्टी से बाहर हुए तब से निगम प्रशासन, पुलिस प्रशासन पर पूरी तरह से सैंट्रल हल्के का कब्जा रहा।
कोई भी अधिकारी बिना अनुमति लिए कोई बड़ा काम नहीं करता था यहां तक कि कई बार आम जनता के कई ऐसे काम थे जिसके लिए उनके वार्ड का प्रतिनिध्तव करने वाला कोई नहीं था लोग छोटे मोटे काम करवाने के लिए भी कई जगह चक्कर काटते थे मगर सियासत का शिकार होने के चलते निगम द्वारा किसी भी वार्ड में कोई विकास का काम नहीं करवाया।
जालन्धर सैंट्रल हल्के से 22 वार्ड है जहां से आप पार्टी ने कई नए चेहरे मैदान में उतारे थे इस हल्के में हिंदू वोटरों का दबदबा है। यही हल्का शहर का सबसे पुराने मोहल्ले तथा मेन बाजारों से भी जुड़ा है जहां से शहर की राजनीति शुरु होती है। इस हल्के में कूड़े के डंप, क्राईम, छीना छपटी के कई मामले उछले जिसका प्रशासन तथा नेताओं की ओर से कोई हल नहीं किया गया। जनता दिन ब दिन होते क्राईम से इस कदर खौफजदा थी कि पुलिस प्रशासन से भी विश्वास उठ चुका था। फिलहाल नतीजे पूरी तरह से घोषित नहीं हुए शुरुआती नतीजों अनुसार सैंट्रल तथा वैस्ट हल्के में आम काफी पीछे चल रही है।