जालंधर। यहां प्रतापपुरा मंडी में हो रही कांग्रेस की रैली में मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी तो पहुंच गए लेकिन पंजाब कांग्रेस प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू नहीं आए। पिछले दो महीनों से सीएम और सिद्धू के बीच जारी राजनीतिक खींचतान के बीच सिद्धू की गैरमौजूदगी के कई मायने निकाले जा रहे हैं। हालांकि रैली में कांग्रेस पंजाब प्रभारी हरीश चौधरी और केंपेन कमेटी के प्रमुख और पूर्व प्रधान सुनील जाखड़ भी पहुंचे हैं। मंच पर उनका स्वागत सांसद संतोख चौधरी ने किया। उनके साथ विधायक परगट सिंह, जालंधर वेस्ट के विधायक सुशील रिंकू, पूर्व मंत्री मोहिंदर सिंह केपी, विधियाक बावा हैनरी, शाहकोट के विधायक लाडी शेरोवालिया आदि भी मौजूद हैं। इस मौके पर बोलते हुए सुनील जाखड़ ने कहा कि पंजाब के किसानों ने पूरे देश को एकजुट कर दिया है।
बता दें सुनील जाखड़ और हरीश चौधरी के साथ कांग्रेस के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और पंजाब कांग्रेस प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू के एक मंच पर आने को लेकर इस रैली को बेहद अहम माना जा रहा था। बाकी सभी नेता तो आए लेकिन सिद्धू ऐन मौके पर नहीं आए। इससे कहीं न कहीं कांग्रेस नेताओं की अंदरूनी तल्खी एक बार फिर सामने आ गई है।
सीएम के कार्यक्रम की शुरुआत में ही बहुजन समाज पार्टी (बसपा) नेता सुखविंदर सिंह कोटली कांग्रेस में शामिल हो गए। सुखबीर माना वाला भी कांग्रेस का हाथ थाम लिया है। वह फगवाड़ा से बसपा नेता रहे हैं। फिल्लौर से बसपा महासचिव अमृतपाल खोसला भी कांग्रेस में शामिल हुए हैं। इनके अलावा सरदार कुलवंत सिंह डिब्बा, कोटली थान सिंह के सरपंच बलबीर सिंह भी कांग्रेस में शामिल हुए हैं।