जालंधर/अनिल वर्मा/वरुण अग्रवाल। आज दिन चढ़ते ही निगम की बिल्डिंग ब्रांच ने माडल हाऊस स्थित कांगे्रसी नेता का दाना पानी होटल की ऊपरी मंजिल को सील कर दिया। इस मामले में काफी देर से विवाद चल रहा था।
आरटीआई एक्टिविस्ट सिमरजीत सिंह ने इस मामले में अदालत में बिल्डिंग विभाग के खिलाफ कारवाई न करने की शिकायत दर्ज करवाई थी।
जिसके बाद हरकत में आए विभाग के एटीपी विकास दूआ ने कांग्रेसी नेता मेजर सिंह को इस मामले में दस्तावेज पेश करने के लिए नोटिस जारी किए मगर लंबे समय बाद भी इस मामले में कोई स्पष्ट दस्तावेज नहीं पेश किए गए जिससे यह साबित हो सके कि उक्त इमारत की ऊपरी मंजिल का बिल्डिंग विभाग की ओर से नक्शा पास करवाया गया है।
इस इमारत को सील न करने के लिए निगम प्रशासन पर कांग्रेस के एक सिख नेता तथा विधायक की तरफ से खूब दबाव बनाया गया था मगर मामला कोर्ट में जाने के बाद बिल्डिंग विभाग ने आज सुबह दाना पानी की ऊपरी मंजिल सील कर दी।
इसी के साथ बिल्डिंग विभाग की दूसरी टीम ने बस्ती दानिशमंदा में शिवाजी नगर में एक अवैध कालोनी पर डिच चलाई। जानकारी अनुसार यह अवैध कालोनी भी कांग्रेसी नेता मेजर सिंह की बताई जा रही है। यहां पिछले कुछ समय पहले ही सड़कें तथा सीवरेज का काम शुरु करवा कर प्लाट बेचने शुरु किए थे।
बता दें कि निगम का ओएंडएम विभाग अवैध कालोनियों में हो रही अवैध सीवरेज तथा पानी के क्नैक्शनों की चोरी के मामले में कारवाई का खाता तक नहीं खोल पाया। जालन्धर के आधीन करीब ऐसी 500 अवैध कालोनियां बस रही हैं जहां सीवरेज तथा पानी के कनैक्शनों को बिना सरकारी फीस अदा किए ही जोड़ दिया गया। यही कारण है कि निगम के ओएंडएम विभाग की लापरवाही के कारण शहर का सीवरेज सिस्टम पूरी तरह बैठ चुका है।
आरटीआई एक्टिविस्ट सिमरन सिह ने आरोप लगाया कि दाना पानी रैस्टोरेंट की दो अलग अलग इमारते हैं जिनके नक्शे भी अलग अलग पास हैं। मेजर सिंह ने यह इमारतें खरीदकर ऊपर दो मंजिलें अवैध बनाई और एक बैन्किवट हाल बनाया। बिल्डिंग विभाग के रिकार्ड अनुसार इमारत का नक्शा बिल्कुल अलग है। इस मामले मेें माननीय हाईकोर्ट में एक याचिका भी दायर की गई है। बिल्डिंग विभाग द्वारा की गई कारवाई की रिपोर्ट आरटीआई के माध्यम से हासिल करने के बाद अगली कारवाई की जाएगी।