जालंधर, ENS: किसानों द्वारा लगातार बॉर्डर पर शांतिमय ढंग से प्रदर्शन किया जा रहा है। वहीं किसान नेता जगजीत डल्लेवाल को आमरण अनशन पर बैठे आज 28 वां दिन शुरू हो गया है। उनकी हालत लगातार खराब हो रही है। वहीं आज डीसी दफ्तर के बाहर किसानों द्वारा प्रदर्शन किया जा रहा है। मामले की जानकारी देते हुए जिला प्रधान ने कहा कि किसान मोर्चे की ओर से आदेश जारी किया गया है कि जो कानून केंद्र द्वारा रद्द किए गए थे, लेकिन अभी तक उन्हें लागू नहीं किया गया। जिसके बाद आज किसानों के ऐलान के बाद डीसी दफ्तरों के बाहर धरना प्रदर्शन किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि अगर केंद्र उनकी मांगों को पूरा नहीं करती तो किसानों की यह लहर दिन-ब-दिन बढ़ती जाएगी। इस दौरान उन्होंने केंद्र को किसानों की मांगे मानने की बजाए बीते मान धान की खरीद के दौरान कट जिन्होंने लगाया उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए किसानों की भरपाई जब तक नहीं करती किसानों का प्रदर्शन जारी रहेगा। वहीं आज डीसी दफ्तर के बाहर प्रदर्शन को लेकर अन्य नेता ने कहा कि केंद्र तीन काले कानूनों को वापिस लाना चाहती है। जिसके चलते आज देश भर में काले कानूनों को लेकर डीसी दफ्तरों के बाहर एसकेएम के ऐलान पर प्रदर्शन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अब किसान पीछे को हटने वाले नहीं है। वहीं केंद्र को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर जल्द काले कानून वापिस ना लिए गए तो प्रदर्शन आने वाले दिनों में ओर तेज किया जाएगा।
किसान नेता जगजीत डल्लेवाल के सेहत को लेकर किसान नेता ने कहा कि उनकी सेहत काफी गंभीर बनी हुई है। वहीं केंद्र द्वारा काले कानून को दोबारा लागू करना और खेती मंडी लागू को लेकर प्रदर्शन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मंडियों में किसानों की काट लगाई गई थी। मंडियो में किसानों और आढ़तियों में बड़ी दरार पैदा करने की केद्र ने कोशिश की थी। इस दौरान उन्होंने आढ़तियों से अपील की है, जिन किसानों की काट लगाई है उनकी काट वापिस दे दी जाए, चाहे आढ़त छोड़ दें। उन्होंने कहा कि वह अपने भाईचारे को खराब ना करें। भाईचारा खराब होने पर इन्होंने आपकों मंडियों से निकालना है, जिसके 2 साल बाद जमींदारों को अधिक रेट देकर आढ़तियों को मंडियों को बाहर निकालकर मंडियों को खत्म कर देना है। ऐसे में आढ़तियों और किसानों के नाखून-मांस के रिश्ते को वह बरकरार रखें।