बांसवाड़ाः नर्सिंग छात्र की मंगलवार सुबह संदिग्ध परिस्थितियों में मौत होने का मामला सामने आया है। वह महात्मा गांधी नर्सिंग कॉलेज में तृतीय वर्ष का छात्र था। सोमवार को रूम मेट को उसने तबीयत खराब होने की बात कही और सो गया। मंगलवार सुबह 8 बजे साथी छात्र ने उसे जगाया तो वह मृत मिला।
पीयूष मीणा के रूममेट मुकेश मीणा ने बताया कि पीयूष कल बीमार था। शाम से उसे सिरदर्द हो रहा था। रात 10 बजे उसे बेचैनी हुई तो हम रूम से निकलकर बाहर चले गए। हम दोनों ने छाछ पी। इसके बाद रूप पर लौट आए। रात 12 बजे हम दोनों सो गए। देर रात ढाई-तीन बजे के करीब उसे खांसी हुई तो मेरी आंख खुली।
मैंने तबीयत के बारे में पूछा तो उसने कहा कि गर्मी लग रही है। उसने दो कंबल ओढ़ रखे थे। मैंने एक कंबल हटा दिया। इसके बाद मैं सो गया। सुबह उठकर मैं नहाने चला गया। सुबह 8 बजे एक दोस्त रूम पर आया। हम दोनों ने पीयूष को जगाया लेकिन वह जागा नहीं। वह अचेत था। हमने वार्डन को सूचना दी और पीयूष को लेकर हॉस्पिटल की इमरजेंसी में पहुंचे। जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।
बांसवाड़ा के एमजी अस्पताल के पीएमओ डॉ. खुशपाल सिंह राठौड़ ने बताया कि जीएनएम नर्सिंग स्टूडेंट पीयूष की कल तबीयत खराब थी। जानकारी में सामने आया कि उसे रात में अचानक उल्टी हुई थी। इसके बाद वह रूममेट मुकेश के साथ बाहर घूमने गया था। लौटने के बाद भी उसे ठीक नहीं लगा। सुबह वह साथियों को अचेत मिला। साथी और वार्डन उसे इमरजेंसी लाए। उसे डेड घोषित करने के बाद परिजन को सूचना दी है।
उनके आने पर आगे की कार्रवाई करेंगे। घटना की सूचना कोतवाली थाना पुलिस को भी दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया। इसके बाद पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद पीयूष की मौत के सही कारणों का पता चल पाएगा।