ऊना\सुशील पंडित: ऊना जिला मुख्यालय के नजदीकी रक्कड़ कालोनी में स्थित एक निजी अस्पताल में मंगलवार देर रात उस समय हंगामा मच गया, जब पंजाब की रहने वाली एक महिला की ऑपरेशन के दौरान मौत हो गई। महिला के परिजनों ने निजी अस्पताल के प्रबंधन और क्षेत्रीय अस्पताल ऊना में तैनात एक स्त्री रोग विशेषज्ञ महिला चिकित्सक पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर विरोध किया। इस घटना के बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और मामले में प्राथमिकी दर्ज की है।
क्या है मामला?
मृतका के पति मोहिंदर सिंह ने बताया कि सोमवार को वह अपनी पत्नी जसविंद्र कौर को इलाज के लिए क्षेत्रीय अस्पताल ऊना ले गए थे। वहां डॉक्टर ने उनकी पत्नी के पेट में रसोली (सिस्ट) होने की बात कही और ऑपरेशन करने की सलाह दी। मंगलवार को महिला डॉक्टर ने मोहिंदर को अपना मोबाइल नंबर देते हुए शाम को ऑपरेशन के लिए समय देने की बात कही। हालांकि, जब उनकी बेटी ने डॉक्टर से संपर्क किया तो महिला डॉक्टर के पति ने फोन उठाया और उन्हें सिर्फ व्हाट्सएप कॉल करने की सलाह दी, साथ ही अगले दिन सुबह 10 बजे क्षेत्रीय अस्पताल आने को कहा।
ऑपरेशन के बाद मची भगदड़
मोहिंदर सिंह के मुताबिक, मंगलवार सुबह उनकी बेटियां जसविंद्र कौर को लेकर क्षेत्रीय अस्पताल ऊना पहुंची, जहां महिला डॉक्टर ने उन्हें रक्कड़ कालोनी स्थित निजी अस्पताल जाने को कहा। करीब शाम 4 बजे सरकारी डॉक्टर निजी अस्पताल पहुंचीं और ऑपरेशन के लिए जसविंद्र कौर को ले गईं। ऑपरेशन के कुछ ही समय बाद अस्पताल में भगदड़ मच गई। जब मृतका की बेटियों ने स्थिति जानने की कोशिश की तो अस्पताल स्टाफ ने उन्हें कोई जानकारी नहीं दी और न ही उन्हें मां से मिलने दिया।
मोहिंदर ने आरोप लगाया कि उनकी पत्नी बिल्कुल ठीक थी और ऑपरेशन के लिए आई थी, लेकिन सरकारी डॉक्टर और निजी अस्पताल की लापरवाही के कारण उनकी पत्नी की मौत हो गई। उन्होंने पुलिस से सख्त कार्रवाई की मांग की और चेतावनी दी कि अगर दोषी डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो वे आंदोलन करेंगे।
निजी अस्पताल ने आरोपों को किया खारिज
वहीं, निजी अस्पताल के निदेशक ने मृतका के परिजनों के आरोपों को सिरे से नकारा। उनका कहना था कि ऑपरेशन सफल था, लेकिन ऑपरेशन के बाद महिला का रक्तस्त्राव ज्यादा हो गया और बीपी बढ़ने की वजह से महिला की मौत हो गई। जब अस्पताल के निदेशक से ऑपरेशन करने वाले चिकित्सक का नाम पूछा गया तो वह नाम बताने से बचते रहे, क्योंकि इससे यह खुलासा हो सकता था कि सरकारी डॉक्टर निजी अस्पतालों में भी सेवाएं दे रहे हैं।
पुलिस ने मामला दर्ज किया
मृतका के शव को पुलिस ने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए टांडा मेडिकल कॉलेज भेज दिया है। पुलिस की जांच के बाद ही महिला की मौत के असल कारणों का पता चलेगा। मृतका के परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने क्षेत्रीय अस्पताल में तैनात महिला चिकित्सक और निजी अस्पताल के अन्य डॉक्टरों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
यह घटना ऊना जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति पर सवाल खड़ा करती है, खासकर सरकारी डॉक्टरों के निजी अस्पतालों में काम करने को लेकर। वहीं, इस मामले में पुलिस जांच जारी है और जल्द ही कार्रवाई की उम्मीद जताई जा रही है।