वाशिंगटनः कोरोना वायरस की वजह से अमेरिका में अब तक करीब 2794 लोग संक्रमित हो चुके हैं। करीब 56 लोगों की मौत हो चुकी है। अब अमेरिका के वैज्ञानिक 16 मार्च 2020 यानी आज से इसकी वैक्सीन का एक इंसान पर ट्रायल करने जा रहे हैं। इसकी घोषणा खुद अमेरिका की सरकार ने की है। हालांकि, वैक्सीन का ट्रायल परीक्षण के तौर पर किया जा रहा है। अगर इससे सफलता मिलती है तो इसे पूरी दुनिया में बांटा जाएगा।
Read: अब इस अस्पताल से भागे कोरोना (COVID 19) के 11 संदिग्ध मरीज…
अमेरिका का द नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ इस ट्रायल की फंडिंग कर रहा है। जिस इंसान ने इस परीक्षण के लिए हां कहा है, उसके ऊपर परीक्षण सिएटल स्थित कैसर पर्मानेंटे वॉशिंगटन हेल्थ रिसर्च इंस्टीट्यूट में किया जा रहा है। अमेरिकी सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने स्पष्ट कहा है कि कोरोना के सटीक वायरस को बाजार में लाने में एक साल से 18 महीने लग जाएंगे। इस वैक्सीन ट्रायल के लिए 45 युवा वॉलंटियर्स चुने गए है। इन लोगों के साथ ही परीक्षण की शुरुआत होगी। इन्हीं लोगों को पहले कोरोना की वैक्सीन लगाई जाएगा।
Read: आईएस के आतंकी भी दहशत में, जानिये क्यों…
इस वैक्सीन को एनआईएच और मॉडर्ना इंक ने एकसाथ मिलकर बनाया है। इन 45 युवाओं को अलग-अलग मात्रा में वैक्सीन दिए जाएंगे। अच्छी बात ये है कि इस टीके में कोई वायरस नहीं हैं। इस ट्रायल का लक्ष्य सिर्फ यह पता करना है कि वैक्सीन से किसी को दुष्प्रभाव न हो और फिर बड़े पैमाने पर इसका परीक्षण किया जा सके। नतीजे सकारात्मक आते हैं तो फिर पूरी दुनिया में इस वैक्सीन को भेजा जाएगा। पूरी दुनिया में अब तक कोरोना वायरस से 162,774 लोग संक्रमित हो चुके हैं। 6460 लोगों की मौत हो चुकी है। चीन के बाद सबसे बुरी हालत इटली की है।