ऊना/सुशील पंडित: हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा अधिसूचित जिला स्तरीय अप्रेंटिसशिप समिति की बैठक आज अतिरिक्त उपायुक्त, ऊना डाॅ अमित कुमार शर्मा जी की अध्यक्षता में आयोजित हुई।
बैठक में जिला के विभिन्न उद्योगों द्वारा अप्रेंटिसशिप एक्ट 1961 के अंतर्गत किये जा रहे कार्यों की समीक्षा की गई। इस दौरान उद्योगों का पंजीकरण, प्रिशिक्षण एवं स्कीम को लागू करने में आ रही समस्याओं के बारे में विस्तारपूर्वक चर्चा की गयी। जिला ऊना के उद्योग संगठनों के प्रतिनिधिओं ने अपने अपने सुझाव भी दिए।
एडीसी डाॅ अमित कुमार शर्मा ने अधिक से अधिक युवाओं को लाभान्वित करने के लिए सभी उद्योगों से राष्ट्रीय अप्रेंटिसशिप प्रोत्साहन योजना को सुचारू रूप से लागू करने का आहवान किया। उन्होंने कहा कि सभी उद्योग जिनके पास 4 से 29 एवं 30 या 30 से अधिक कर्मचारी कार्य कर रहे हैं वह 2.5 प्रतिशत से लेकर 15 प्रतिशत तक संख्या की दर से इस योजना का लाभ ले सकते हैं। राष्ट्रीय अप्रेंटिसशिप प्रोत्साहन योजना में सभी अप्रेंटिस को दिए जाने वालेे भत्ते में 25 प्रतिशत अधिकतम 1500 रूपये सरकार की हिस्सेदारी होगी तथा यह स्कीम सभी औद्योगिक इकाईयों के लिए लागू होगी। सभी प्रक्रियाओं को पूर्ण करने की ऑन लाइन पोर्टल की व्यवस्था की गई है। योजना में पांचवीं कक्षा से स्नातक पास तक के आवेदकों के लिए उद्योगों में अप्रेंटिसशिप करने का सुनहरी मोका भारत सरकार द्वारा दिया जा रहा है। इस स्कीम में पांचवीं से नौवीं पास के लिए पांच हजार, दसवीं पास के लिए छह हजार, बारहवीं एवं आईटीआई पास के लिए सात हजार, डिप्लोमा होल्डर के लिए आठ हजार एवं स्नातक पास के लिए 9 हजार रूपये की वृतिका का प्रावधान है।
इस मौके पर आइटीआई के प्रधानाचार्य रविन्द्र सिंह ने बताया कि योजना का लाभ लेने के लिए आवेदकों एवं उद्योगों को ऑनलाइन पोर्टल पर अपना पंजीकरण करवाना अनिवार्य है। आवेदकों का चयन उद्योग की मांग पर निर्भर करेगा। अधिक जानकारी लिए आप जिला ऊना की किसी भी राजकीय आईटीआई में सम्पर्क कर सकते हैं।