वाल्मीकि संगठनों ने दी बंद की कॉल
अमृतसरः गणतंत्र दिवस पर विरासती मार्ग पर लगी डॉक्टर बीमराव आंबेडकर की प्रतिमा को तोड़ने पर पूरे पंजाब में माहौल गरमा गया है। दूसरी तरफ इस मामले पर राजनीति भी शुरू हो गई है। अमृतसर के कांग्रेस के पूर्व विधायक औऱ सांसद गुरजीत औजला व कांग्रेस के सीनियर नेता प्रताप सिंह बाजवा देर रात अमृतसर के विरासती मार्ग पर पहुंचे। उन्होंने डॉक्टर बीमराव आंबेडकर जी की प्रतिमा का जायजा लिया।
वहीं दूसरी तरफ घटनाक्रम के विरोध में सभी वाल्मीकि संगठनों की ओर से सोमवार यानी आज अमृतसर बंद की कॉल दी गई है। बताया जा रहा है कि शहर के भंडारी पुल के पास आज वाल्मीकि समाज की ओर से प्रदर्शन किया जाएगा।हालांकि, अमृतसर में पुलिस द्वारा पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था की गई है और प्रमुख चौकों पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। प्रताप बाजवा ने कहा कि पंजाब में आए दिन ही पहला थानों में धमाके हो रहे है अब बाबा साहेब जी की प्रतिमा को नुक्सान पहुंचाया गया है। वहीं आप सरकार पर निशाना साधते कहा कि पंजब में आए दिन माहौल खराब होता जा रहा है। डॉ. आंबेडकर जी की प्रतिमा की बेअदमी मामले में पंजाब सरकार को तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए।
वहीं भाजपा नेता तरुण चुघ ने कहा कि भीमराव आंबेडकर कि मूर्ति से जो अपमान हुआ है वो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण, निंदनीय और मन को कष्ट देने वाला है। अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना से पंजाब की आम आदमी पार्टी की लॉ एंड ऑर्डर की बदतर से भी बदतर स्थिति स्पष्ट हो चुकी है। आए दिन हत्या, लूट, फिरौती एवं रंगदारी की घटनाएं हो रही हैं। अब संविधान निर्माता बाबा साहेब आंबेडकर की प्रतिमा की बेअदबी और संविधान की प्रतिमा के साथ बेअदबी की गई है। करोड़ों भारतीयों का अपमान है। यह दुखद घटना पंजाब की आम आदमी पार्टी की सरकार के ताबूत की आखिरी कील साबित होगी।
उधर, अमृतसर में बाबा साहब डा. भीम राव अंबेडकर की प्रतिमा की बेअदबी व संविधान को आग लगाने की घटना के बाद फगवाड़ा के दलित समाज में रोष फैल गया। समुदाय के लोगों ने फगवाड़ा हाईवे पर धरना देकर रोड जाम कर दिया। धरने की सूचना मिलने पर एसपी रुपिंदर कौर भट्टी मौके पर पहुंचीं तथा धरना दे रहे लोगों को शांत किया तथा उनसे मांग पत्र ले कर सड़क यातायात खुलवाया और उन्हें स्थानीय गुरु हरगोबिंद नगर में धरना लगाने के लिए मनाया। दलित नेता यश बरना के नेतृत्व में एसपी रूपिंदर कौर भट्टी को मांग पत्र दिया गया जिसमें मांग की गई कि आरोपी के खिलाफ फगवाड़ा में भी एफआईआर दर्ज की जाए।