जालंधर, ENS: कांग्रेस के पूर्व मंत्री भरत भूषण आशू को कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। इस मामले को लेकर कांग्रेस विधायक परगट सिंह ने चौकाने वाला खुलासा किया है। मामले की जानकारी देते हुए विधायक ने कहा कि भरत भूषण आशू को कोर्ट से बेल ही नहीं मिली बल्कि उन पर दर्ज हुई दोनों एफआईआर ही क्वैश हो गई है। परगट सिंह ने बताया कि क्वैश का मतलब बताते हुए कहा कि आशू पर जो मामले दर्ज किए गए थे वह सारे गलत है।
उन्होंने कहा कि टैंडर घोटाले के मामले में और मनी ट्राजेंक्शन मामले में की गई एफआईआर दर्ज की थी। वहीं आज हाईकोर्ट में दोनों एफआईआर क्वैश करते हुए भरत भूषण आशू को केस से बरी कर दिया गया। इस मामले को लेकर कांग्रेस नेता द्वारा आशू के दस्तावेज तैयार करवाए जा रहे है, जल्द ही आशू जेल से बाहर आ जाएगे। वहीं दूसरी ओर भारत भूषण आशू के वकील राजीव कौशल ने कहा कि आशू के खिलाफ नवांशहर और लुधियाना में दो मामले दर्ज हुए थे। उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट से आशू को पक्की बेल मिल गई है।
उन्होंने कहा कि दोनों एफआईआर क्वैश (डिसमिस) हो गई है, जिसमें विजिलेंस द्वारा की गई कार्रवाई के बाद ही ईडी ने कार्रवाई की थी। ऐसे में जब विजिलेंस द्वारा की गई एफआईआर क्वैश हो गई तो ईडी द्वारा भी की गई एफआईआर अपने आप ही क्वैश हो गई। दरअसल, विजिलेंस के आधार पर ही ईडी ने आशू पर एफआईआर दर्ज की थी। जिसके बाद अब आशू के खिलाफ केस डिसमिस हो गया है।