कराचीः हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह की हत्या को लेकर मामला गरमा गया है। दरअसल, जम्मू-कश्मीर में बीजेपी ने तीसरे चरण के चुनाव प्रचार के अंतिम दिन जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती पर जमकर निशाना साधा। हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह की हत्या के बाद महबूबा मुफ्ती ने अपना चुनाव अभियान रद्द कर दिया।
इसको लेकर बीजेपी ने उनकर हमला किया। बीजेपी ने कहा कि पीडीपी प्रमुख ‘घड़ियाली आंसू’ बहा रही हैं। साथ ही कहा कि वोटबैंक की राजनीति कर रही हैं। बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता आरपी सिंह ने उन्हें “आतंकवादी समर्थक” करार देते हुए कहा कि अपना चुनाव प्रचार रद्द करके उन्होंने दिखाया है कि वह आतंकवादियों की मौत पर आंसू बहा रही हैं। आतंकवादियों को शहीद कहना उनकी आदत है। उन्होंने इसी तरह कुछ समय पहले बुरहान वानी के लिए भी रोया था।
वहीं पाकिस्तान के दक्षिणी शहर कराची में रविवार को हिजबुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह की हत्या के विरोध में प्रदर्शन हुआ। लेकिन देखते ही देखते ये प्रदर्शन उग्र हो गया और भीड़ पथराव करने लगी. इसके बाद प्रदर्शनकारियों की पुलिस के साथ झड़प भी हुई। जानकारी के अनुसार, भीड़ अमेरिकी वाणिज्य दूतावास की ओर बढ़ रही थी, जिसे पुलिस ने रोकने की कोशिश की तो भीड़ ने पथराव शुरू कर दिया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने हिजबुल्लाह के झंडे और नसरल्लाह के पोस्टर लेकर ‘अमेरिका मुर्दाबाद’ के नारे लगाए।
पुलिस ने कहा कि प्रदर्शनकारियों द्वारा फेंके गए पत्थरों से 7 अधिकारी घायल हो गए हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एक पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि अधिकारी हिंसक प्रदर्शन करने वाले प्रदर्शनकारियों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज करेंगे। जानकारी के अनुसार, ईरान समर्थक शिया धार्मिक राजनीतिक दल मजलिस वहादतुल मुस्लिमीन ने देश के सबसे अधिक आबादी वाले शहर में लगभग 3,000 लोगों की रैली का आयोजन किया था।
उधर, पाकिस्तान के लाहौर और इस्लामाबाद में सुन्नी मुसलमानों ने भी सड़कों पर मार्च किया और नसरल्लाह के लिए प्रतीकात्मक अंतिम संस्कार की प्रार्थना की। इजरायली सेना के हवाई हमले में मारे गए हिज्बुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह की डेड बॉडी बरामद कर ली गई है। उसके शव को लेबनान के बेरूत में उसी जगह से बरामद किया गया, जहां आईडीएफ ने एयरस्ट्राइक की थी। लेकिन उसकी मौत की वजह पर सस्पेंस है। क्योंकि उसके शरीर पर चोट के कोई निशान नहीं मिले हैं। हालांकि, संभावना जताई जा रही है कि भीषण बम धमाकों के झटकों की वजह से उसकी मौत हुई है।
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स को लेबनान के सिक्योरिटी और मेडिकल सोर्सेस ने बताया है कि हसन नसरल्लाह के शरीर पर चोट के निशान दिखाई नहीं दिए हैं। ऐसे प्रतीत होता है कि मौत का कारण तेज बम धमाकों की वजह से पैदा हुआ ट्रामा है। शनिवार को हसन नसरल्लाह की मौत की पुष्टि किए जाने के दौरान हिज्बुल्लाह ने यह नहीं बताया कि उसकी मौत कैसे हुई है और अंतिम संस्कार कब किया जाएगा।