जालंधरः एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (एएनटीएफ) की ओर से ड्रग सिंडिकेट से जुड़े 13 आरोपी 3 दिन का रिमांड खत्म होने पर कोर्ट में पेश किए गए। कोर्ट ने निगम के बिल क्लर्क रिंकू थापर, जगराओं के फीड फैक्ट्री के मालिक पवन और उनके नौकर संजीव चावला समेत 13 आरोपी 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिए हैं। एएनटीएफ ने बरामद 13 मोबाइल फोन व क्लर्क के लैपटॉप को फोरेंसिक जांच के लिए भेज रही है, क्योंकि ड्रग की सप्लाई से लेकर पेमेंट आने के मैसेज सोशल मीडिया के जरिए आते थे, जिसे डिलीट कर दिया जाता था।
एएनटीएफ की टीम ने क्लर्क थापर की रिपोर्ट बनाकर निगम को भेज दी है, ताकि उसे सस्पेंड किया जाए। एक हफ्ते पहले आईबी की इनपुट पर एएनटीएफ ने जालंधर और अमृतसर में रेड की थी। एएनटीएफ ने मॉडल टाउन में रहते नगर निगम के बिल क्लर्क रिंकू थापर, उसके साले भारत उर्फ भानू, अंकुश भट्टी दोनों निवासी अमृतसर, प्रथम और दिव्यम दोनों वासी आबादपुरा को गिरफ्तार किया था।
टीम ने रिंकू के घर से 262 ग्राम सोना, 4 मोबाइल फोन, लैपटॉप, एक ग्लॉक पिस्टल, 18 कारतूस और 6.17 लाख की ड्रग मनी बरामद की थी। वहीं अमृतसर के गांव कोट मित्त सिंह के रहने वाले लवप्रीत सिंह लवी और उसके साथी विशाल सिंह राजा वासी भिखीविंड (तरनातरन) को गिरफ्तार करके उनसे एक किलो चिट्टा (हेरोइन), 2 ग्लॉक पिस्टल, 36 कारतूस, दो नोट गिनने वाली मशीनें थे। लवी व अंकुश पूछताछ के बाद लुधियाना के कमल के साथ-साथ चंदन शर्मा और उसके आकाश शर्मा समेत 4 और आरोपी पकड़े थे। 11 आरोपियों की पूछताछ के बाद सीमा पार से चल रहे एक बड़े ड्रग का पर्दाफाश हुआ था।