लुधियानाः फतेहगढ़ साहिब के मंडी गोबिंदगढ़ में कांग्रेसी नेता के बेटे के मर्डर मामले में पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस मामले में पुलिस ने गैंगस्टर धीरू बत्ता और उसके तीन साथियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से पिस्तौल, तेजधार हथियार और एक गाड़ी बरामद की है। आरोपियों की पहचान धीरज बत्ता उर्फ धीरू, अमनिंदर सिंह उर्फ प्रिंस, संदीप बाक्सर और नीरज कुमार निवासी खन्ना के तौर पर हुई। इनके बाकी साथी फरार हैं। उनकी तलाश की जा रही है।
मामले की जानकारी देते हुए एसएसपी डॉ. रवजोत ग्रेवाल ने बताया कि पुलिस जांच में सामने आया कि हत्या करने वाले लोगों ने एक गिरोह बनाया था और ये लोग मंडी गोबिंदगढ़, खन्ना, खरड़, चंडीगढ़, दोराहा, समराला और अन्य इलाकों से रंगदारी वसूलते थे और नशा बेचते थे। बड़े कारोबारियों से फिरौती मांगते थे। मृतक तरनजीत सिंह उर्फ नन्नू की दोस्ती करीब 05 साल पहले धीरज बत्ता से हुई थी। तरनजीत सिंह मंडी गोबिंदगढ़ के मोतिया खान में लोहे की ट्रेडिंग का काम करता था। उसकी आरोपियों से दोस्ती हो गई थी और वे अक्सर उसके ऑफिस में आकर बैठते थे।
किसी कारणवश उनका ब्रेकअप हो गया था और तरनजीत सिंह उर्फ नन्नू अपना खुद का काम करने लगा था और उसने उनसे रिश्ता तोड़ लिया था। धीरज बत्ता गैंग को यह बात बर्दाश्त नहीं हुई और वे इस बात को लेकर तरनजीत सिंह से झगड़ा करते थे। धीरू ग्रुप को डर था कि तरनजीत सिंह एक बड़ा ग्रुप बना लेगा। इसके चलते धीरज बत्ता ने अपने गिरोह के साथ मिलकर तरनजीत सिंह की हत्या कर दी।
एसएसपी ने बताया कि सबसे पहले संदीप सिंह उर्फ बॉक्सर निवासी खन्ना को गिरफ्तार किया गया। उसकी पूछताछ के आधार पर खन्ना निवासी नीरज कुमार को नामजद किया गया। इसके बाद धीरज बत्ता उर्फ धीरू, अमनिंदर सिंह उर्फ प्रिंस और नीरज कुमार को गिरफ्तार किया गया। घटना में प्रयुक्त हथियार एक देसी पिस्तौल, 02 लोहे के सरिए, एक स्कार्पियो बरामद कर ली गई है।
इस मामले में एक अन्य आरोपी अमरजीत सिंह उर्फ भलवान को भी नामजद किया गया है। केस में गौरव कुमार उर्फ गग्गी, तरणप्रीत सिंह तरण उर्फ तितली, अमरजीत सिंह भलवान की गिरफ्तारी के लिए रेड की जा रही हैं। एसएसपी ने बताया कि धीरज बत्ता के खिलाफ 15, प्रिंस के खिलाफ 12 और संदीप बाक्सर खिलाफ 8 केस दर्ज हैं। सभी केस इरादा कत्ल, डकैती, लूटपाट, आमर्स एक्ट जैसे संगीन अपराध के तहत हैं।