जालंधरः साइबर ठगों द्वारा ठगी के मामले रुकने का नाम नहीं ले रहै। ताज़ा मामला जालंधर के पीएपी कॉम्प्लेक्स में स्थित एडीजीपी के दफ्तर में तैनात क्लेरिकल स्टाफ के सुपरिटेंडेंट को झांसे में लेकर साइबर ठगों ने 95 हजार ठगने का सामने आया है। ठगी का पता लगते ही पीड़िता महिला ने साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल कर शिकायत दी। इसके बाद उसके खाते से काटे गए 55 हजार रुपए फ्रीज कर दिए गए।
पीड़िता ने इस घटना की शिकायत पुलिस कमिश्नर के दफ्तर में दी तो पुलिस ने बुधवार को दो आरोपियों के खिलाफ आईटी एक्ट व धोखाधड़ी की धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया है। आरोपियों की पहचान असाम निवासी जियारुल हक और तमिलनाडु निवासी सुमन बरूआह के रूप में हुई है।
पुलिस को दी शिकायत में पीडिता ने कहा कि वह अक्सर ऑनलाइन एप से शॉपिंग करती हैं। इसी तरह उन्होंने फरवरी में एप से कुछ सामान ऑर्डर किया था, जिसकी ऑनलाइन पेमेंट की थी। ऑर्डर सेपट हुए बिना ही खाते से पैसे कट गए थे। इसके बाद रिफंड आने का कुछ दिन इंतजार करने के बाद एप पर दर्ज कस्टमर केयर पर फोन किया, लेकिन नंबर नहीं मिला। कुछ देर बाद कॉल आई और कहा कि आपने मिर्रा कंपनी में फोन किया था तो उन्होंने अपनी सारी रिफंड वाली बात बताई।
आरोपी ने उक्त एप को खोलने के लिए कहा ओर कहा कि इस नंबर पर पैसे डालो जोकि आपके खाते में जाएंगे। उस पर उसी के खाते का नाम आ रहा था तो उन्होंने आसपास पहचान वालों से पूछने के बाद कुछ पैसे ट्रांसफर किए। बाद में उसके खाते से 95 हजार रुपए ट्रांसफर होने का मैसेज आया। तब पता चला कि उक्त आरोपी ने फोन हैक कर उससे ठगी की है। पीड़िता ने बताया कि पैसे ट्रांसफर करवाते समय उक्त आरोपी ने एकदम उन्हें अपने झांसे में ले लिया था। जिससे वह उस पर विश्वास कर बैठी और उसने फोन को हैक कर सारे पैसे निकाल लिए।