Highlights:
- NRI पत्नी के सबूतों के आधार पर हुई FIR, अंतरिम जमानत की कोशिश में भूमिगत हुआ आरोपी
- हरप्रीत सिंह पर उनकी पत्नी सीरत कौर ने धोखाधड़ी और जालसाजी के गंभीर आरोप लगाए हैं, जिसमें उन्होंने जाली हस्ताक्षर कर ₹12.27 लाख की राशि निकाली।
- मामला IPC की धारा 406 (आपराधिक विश्वासघात) और 420 (धोखाधड़ी) के तहत दर्ज हुआ है, जो जालंधर के व्यापार और शिक्षा जगत में व्यापक चर्चा का विषय बना हुआ है।
- सीरत कौर और हरप्रीत सिंह के बीच पहले से ही वैवाहिक विवाद चल रहा है, जिसमें दिसंबर 2019 में एक और FIR दर्ज की गई थी।
- पंजाब के एक प्रमुख व्यापारिक परिवार के सदस्य होने के कारण इस मामले ने राज्य के व्यवसायिक जगत में हलचल मचा दी है।
पंजाब, (जालंधर) 9 अक्टूबर, 2024: CT Group के वाईस चेयरमैन हरप्रीत सिंह पर धोखाधड़ी की विभिन्न धाराओं (IPC 420,406) के तहत जालंधर के NRI पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है। इस मामले के दर्ज होने की खबर के बाद पंजाब के कारोबारी और एजुकेशनल जगत में काफी दिलचस्पी बढ़ गई है।
दिलचस्पी इस लिए क्योंकि करोड़ो की सम्पति के मालिक माने जाते इस ग्रुप के बड़े वारिस यानि बेटे पर खुद की ही पत्नी ने करीब 12 लाख रूपये की जालसाजी के गंभीर आरोप लगाए हैं और वे भी सबूतों के आधार पर सीरत कौर पुत्री गुरिंदरजीत सिंह निवासी Sec 16 A, चंडीगढ़ मूल निवासी california, US ने अपने पति हरप्रीत सिंह पुत्र चरणजीत सिंह निवासी 246 R, मॉडल TOWN जालंधर के खिलाफ NRI विंग, मोहाली में शिकायत देकर कहा था कि उसने जुलाई 2014 में एक निजी कंपनी में 4 लाख रूपये निवेश किए थे जोकि मार्च 2020 में करीब 8 लाख मिलने थे।
सीरत ने अपने बयान में कहा कि 4 जनवरी 2024 को हरप्रीत सिंह ने धोखे से उसके जाली सिग्नेचर करके उस निवेश को रेडम कर प्राप्त राशि करीब 12.27 लाख को अपने JOINT अकाउंट में डाल लिया। जांच करने पर पता चला कि वह JOINT अकाउंट सीरत के नाम पर था जबकि उसने कभी भी खाता खोलने हेतू सिग्नेचर नहीं किए। उसके बाद उस राशि को हरप्रीत ने अपने एक दूसरे निजी बँक के पर्सनल अकाउंट में ट्रांसफर कर लिया।
सीरत ने अपनी शिकायत में खास बात यह बताई कि उस समय वह परिवार सहित US में थी, इंडिया में थी ही नहीं।
सीरत ने अपनी शिकायत में कहा है कि हरप्रीत सिंह से उनका वैवाहिक केस चल रहा है और NRI सेल मोहाली में हरप्रीत के खिलाफ दिसंबर 2019 में FIR भी रजिस्टर है।
NRI थाना जालंधर की पुलिस ने NRI विंग SAS नगर से मिले निर्देश के बाद की जांच उपरांत लीगल एडवाइजर NRI विंग की राय लेने के बाद फिलहाल IPC की धारा 406 और 420 ( BNC 316/2, 318/4) के तहत केस दर्ज किया है। सूत्रों के अनुसार आरोपी अरेस्ट से बचने हेतू अंतरिम जमानत लेने के लिए प्रयास कर रहा है। बता दें कि आरोपी हरप्रीत सिंह CT ग्रुप के चेयरमैन सरदार चरणजीत सिंह चन्नी का बड़ा बेटा है।