अमृतसरः श्री दरबार साहिब में श्री अकाल तख्त के आदेशों पर सेवा निभा रहे सुखबीर बादल पर हमलावार नायारण द्वारा आज सुबह गोली चलाने की घटना सामने आई है। वहीं इस घटना को लेकर माहौल गरमा गया है। एक ओर राजनीति पार्टियां इस घटना की निंदा कर रही है, वहीं जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह सहित कई धार्मिक जत्थेबंदिया भी घटना को लेकर दुख प्रगट कर रही है। दूसरी ओर इस घटना को लेकर SGPC प्रधान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी का बयान सामने आया है। उन्होंने भी इस घटना की निंदा की है।
प्रधान धामी ने कहाकि इस पवित्र स्थान पर श्री अकाल तख्त साहिब की धार्मिक सेवा करते हुए सुखबीर सिंह बादल को निशाना बनाना बेहद दर्दनाक और अनैतिक है। उन्होंने कहा कि हिंसक प्रवृत्ति से किया गया यह हमला श्री दरबार साहिब की धार्मिक आभा पर हमला भी कहा जा सकता है। शिरोमणि कमेटी के अध्यक्ष ने कहा कि श्री अकाल तख्त साहिब की यह परंपरा रही है कि वह किसी भी पंथक अवज्ञा का नोटिस लेकर धार्मिक सजा का आदेश करते हैं, जिसे एक विनम्र सिख के रूप में स्वीकार करना प्रत्येक सिख का कर्तव्य है।
उन्होंने कहा कि सुखबीर सिंह बादल भी अपने धार्मिक वेतन को पूरा करते हुए उसी का निष्ठापूर्वक पालन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बादल पर हमला करना जहां पंथ विरोधी मानसिकता की अभिव्यक्ति और अमानवीय कृत्य है, वहीं यह सीधे तौर पर श्री अकाल तख्त साहिब के आदेशों का तौहीन भी है। एडवोकेट धामी ने कहा कि बादल पर यह हमला पंजाब सरकार और पुलिस की लचर कार्यप्रणाली और पंजाब में कानून व्यवस्था की स्थिति पर बड़ा सवाल खड़ा करता है। उन्होंने पुलिस प्रशासन से अपील करते हुए कहा कि वह अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए धार्मिक सेवा के दौरान हर अकाली नेता की सुरक्षा सुनिश्चित करें।