Health News : बथुआ एक ऐसी सब्जी है जो सर्दी के मौसम में मिलती है और अपने औषधीय गुणों के लिए जानी जाती है। इसे सूप, दाल, पराठे, पूरी, रायता और कबाब में इस्तेमाल किया जाता है। इसकी तासीर गर्म होती है, जो सर्दियों में शरीर को गर्म रखती है और सर्दी से बचाव करती है। आइए जानते हैं कि बथुआ खाने के क्या-क्या फायदे होते हैं और किन लोगों को इसका सेवन नहीं करना चाहिए।
बथुआ के पोषक तत्व
- बथुआ में कई पोषक तत्व पाए जाते हैं, जैसे:
- विटामिन और खनिज: शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।
- प्रोटीन और फाइबर: पाचन तंत्र को दुरुस्त रखते हैं।
- एंटीऑक्सीडेंट: शरीर को रोगों से बचाते हैं।
- ओमेगा-3 फैटी एसिड: हृदय के लिए लाभदायक।
- पानी: शरीर को हाइड्रेट रखता है।
वजन और पाचन के लिए लाभदायक
- अगर आप वजन कम करना चाहते हैं तो सर्दी में 100 ग्राम बथुआ का सेवन फायदेमंद हो सकता है। फाइबर की प्रचुर मात्रा होने के कारण यह:
- पाचन को सही करता है।
- कब्ज, गैस और एसिडिटी से राहत दिलाता है।
आचार्य बालकृष्ण की सलाह
आयुर्वेद के जानकार बथुआ को “ऑल गुड” यानी हर तरह से लाभदायक मानते हैं। लेकिन कुछ स्थितियों में इसका सेवन नुकसानदेह हो सकता है।
कब नहीं खाना चाहिए बथुआ
- किडनी स्टोन के मरीज भी परहेज करें
बथुआ में ऑक्सलेट की अधिकता होती है, जो किडनी की परेशानी को बढ़ा सकता है। अगर किसी को किडनी स्टोन है, तो उसे बथुआ का सेवन नहीं करना चाहिए। खासकर बरसात के तुरंत बाद बथुआ खाने से बचना चाहिए, क्योंकि उस समय इसमें कीड़े लग सकते हैं जो संक्रमण का कारण बनते हैं। किडनी से जुड़ी समस्याओं में बथुआ के बीज फायदेमंद हो सकते हैं। - प्रेग्नेंसी में खाने से बचें
बथुआ में टेट्राड्रोकेनाबिनॉल जैसे तत्व होते हैं, जो गर्भावस्था में नुकसानदायक हो सकते हैं। इसका सेवन करने से मिसकैरेज का खतरा रहता है। इसलिए गर्भवती महिलाओं को बथुआ नहीं खाना चाहिए।
बथुआ सर्दियों में सेहत के लिए फायदेमंद होता है, लेकिन कुछ विशेष परिस्थितियों में इसका सेवन करने से बचना चाहिए। सही मात्रा में और सही समय पर इसका उपयोग आपको स्वस्थ रख सकता है।