लुधियाना : पंजाब में आए दिन अपनी मांगों को लेकर धरना लगाने के मामले सामने आ रहे हैं। एक और जहां किसान यूनियन की ओर से शंभू और खनौरी बॉर्डर पर धरना लगाया गया है, वहीं बीते दिन पीस हो पीआरटीसी के कच्चे कर्मचारियों द्वारा धरना लगाया गया था। हालांकि इस धरने को सीएम भगवंत मान के साथ मीटिंग का पत्र जारी होने के बाद स्थगित कर दिया गया है। वहीं अब द पटवार यूनियन की ओर से प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया गया है।
दरअसल, द रेवेन्यू पटवार यूनियन पंजाब के सदस्यों की मीटिंग आज गुरु नानक भवन में की गई। जिसकी अगुवाई द रेवेन्यू पटवार यूनियन पंजाब के प्रधान बलराज सिंह औजला और जिला प्रधान वरिंदर कुमार शर्मा द्वारा की गई। जहां द पटवार यूनियन द्वारा जिला प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उनकी मांगों को 12 दिन के अंदर प्रशासन द्वारा नहीं माना गया तो 12 दिन के बाद सभी पटवारी जिला प्रशासन के खिलाफ अनिश्चितकाल के लिए धरना लगाकर अपना प्रदर्शन करेंगे।
पटवार यूनियन पंजाब के प्रधान बलराज औजला, जिला प्रधान वरिंदर कुमार शर्मा और खजांची नरेंद्र सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि जितने भी पटवार खाने बने हुए हैं, उसमें ना तो फर्नीचर है और ना ही बाथरूम की कोई सुविधा है। उन्होंने कहा कि पटवार यूनियन में कई महिला पटवारी पिछले कई सालों से काम कर रहे हैं, परंतु महिला पटवारी के लिए बाथरूम की सुविधा न होने के कारण उनको भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने बताया कि जितने भी पटवार खाने हैं, उसमें फर्नीचर ना होने के कारण पटवारी को रिकॉर्ड संभालने में भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है, जबकि किसी भी पटवार खाने में बैठने के लिए पटवारी के पास कुर्सियां तक नहीं हैं। उन्होंने कहा कि पिछले 8 महीनों से नवनियुक्त पटवारी ने लैपटॉप अपने पैसे से लिए थे परंतु आज तक उन पैसों को जिला प्रशासन द्वारा पटवारी को नहीं दिया गया है, जिसके कारण पटवारी को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है प्रधान औजला और प्रधान शर्मा ने कहा कि अगर जिला प्रशासन द्वारा उनकी मांगों को 20 जनवरी तक पूरा नहीं किया गया तो पंजाब के सभी पटवारी धरना लगाकर जिला प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे।