नई दिल्लीः देश के ज्यादातर बैंक अब ग्राहकों की सुविधा के लिए लोन की ब्याज दर को कम कर रहे हैं. प्रमुख सरकारी बैंकों में शुमार सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया (Central Bank Of India) ने भी लोन की ब्याज दरों में कटौती का ऐलान कर दिया है. इससे बैंक के वो ग्राहक जिन्होंने होम या ऑटो लोन लिया है, उन पर ईमआई का बोझ कम हो जाएगा.
बैंक ने सीमांत लागत आधारित ब्याज दर (मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट्स- MCLR) 0.05 फीसदी घटा दी है. एक साल के एमसीएलआर (MLCR) 7.15 फीसदी से कम कर 7.10 फीसदी कर दिया है. यह कटौती सभी तरह के कर्ज के लिए की गई है. नई ब्याज दरें मंगलवार, 15 सितंबर से लागू होंगी.
पिछले सप्ताह यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ( 0.05 प्रतिशत), इंडियन ओवरसीज बैंक (0.10 प्रतिशत) और बैंक आफ महाराष्ट्र ( 0.10 प्रतिशत) ने भी एमसीएलआर में कटौती की थी.
मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट्स (MCLR) भारतीय रिजर्व बैंक का एक सिस्टम है जो कॉमर्शियल बैंक द्वारा ऋण ब्याज दर तय करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. बैंक से कर्ज लेने पर ब्याज की दर तय करने के लिए अप्रैल, 2016 में आरबीआई ने एमसीएलआर की शुरुआत की थी. MCLR की वजह से लोगों को बैंकों से लोन लेना आसान हो गया है.