पानीपत। हरियाणा के पानीपत में जाटल रोड स्थित एक क्षतिग्रस्त फैक्ट्री का अचानक से एक हिस्सा दो मकानों पर गिर गया। क्षतिग्रस्त फैक्ट्री का ब्लास्ट के साथ एक हिस्सा जैसे ही गिरा, चारों तरफ धुंआ और अंधेरा छा गया। इससे आसपास के दुकानदार डर कर सड़क पर आ गए। मकानों पर फैक्ट्री का हिस्सा गिरने से मकान पूरी तरह से नष्ट हो चुके हैं, जिससे मकान मालिकों को करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ। क्षतिग्रस्त फैक्ट्री का हिस्सा अचानक गिरने से गिरने के बाद मौके पर कोई भी प्रशासनिक अधिकारी नहीं पहुंचा।
प्रत्यक्षदर्शी दीपक ने बताया कि जैसे ही इमारत गिरी एक बहुत बड़ा ब्लास्ट हुआ, लोग इधर-उधर दौड़ने लगे। उन्होंने बताया कि इस इमारत गिरने के बाद धुंआ इतना अधिक था कि अंधेरा नजर आ रहा था। धूल में अंधेरा होने के कारण लोगों को रास्ता भी नजर नहीं आ रहा था। दीपक ने बताया कि अंधेरे में ही लोगों ने दौड़ कर अपनी जान बचाई।
फैक्ट्री के पड़ोस में रहने वाले पवन ने बताया कि पहले से ही फैक्ट्री को तोड़ने का काम शुरू हुआ था. अचानक आसपास के मकानों पर इमारत गिरने से बड़ा हादसा हो गया, जिसके बाद मकान जर्जर हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि इमारत गिरने से हालात इतने खराब है कि अब रहने लायक भी नहीं रहे हैं। उन्होंने बताया कि अभी इमारत गिरने के बाद कोई अधिकारी नहीं आया है, लेकिन जब फैक्ट्री में आग लगी थी, तब अधिकारी आए थे। उन्होंने मकानों को ठीक करने का आश्वासन दिया था। मकान मालिक ने बताया कि नुकसान का अभी कोई अंदाजा नहीं है।
क्षतिग्रस्त फैक्ट्री को तोड़ने का ठेका लेने वाले ठेकेदार कर्मवीर ने बताया कि मजदूर खाना खा रहे थे कि अचानक से फैक्ट्री का एक हिस्सा अपने आप बैठ गया। उन्होंने बताया कि गनीमत यह रही कि उस समय कोई मजदूर काम नहीं कर रहा था। उन्होंने बताया कि फैक्ट्री में आग लगने से अंदर का हिस्सा बिल्कुल जर्जर हो चुका था। कर्मवीर ने बताया कि तीन से चार मकानों पर इमारत गिरी है, जिससे भारी नुकसान हुआ है।
बता दें कि 22 अक्टूबर 2021 को फैक्ट्री में अचानक भयानक आग लगी थी। इस आग के बाद फैक्ट्री मालिक को करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ। फैक्ट्री के आसपास रहने वाले मकान व दुकान जर्जर हालत में हैं, जिसके कारण प्रशासन ने आसपास के दुकान व मकान नहीं खुलने दिए थे। प्रशासन ने उन्हें फ्लैटों में शिफ्ट कर दिया था।