जालंधर, ENS: लोकसभा चुनावों के दौरान आज कांग्रेस के सीनियर नेता प्रताप सिंह बाजवा और सेवामुक्त लेफ्टिनेंट जनरल हरवंत सिंह ने अग्नि वीर योजना को लेकर भाजपा का घेराव किया। दरअसल, आज प्रताप बाजवा ने स्थानीय होटल में कांग्रेस नेताओं के साथ मीडिया को संबोधित किया। जहां बाजवा ने आर्मी में अग्नि वीर भर्ती को लेकर बीजेपी सरकार पर निशाना साधा। वहीं बाजवा के साथ पहुंचे सेवामुक्त लेफ्टिनेंट जनरल हरवंत सिंह ने कहा कि अग्नि वीर भर्ती क्यों शुरू की गई, इसका कोई तो कारण होगा, मगर केंद्र सरकार द्वारा अभी तक कोई कारण नहीं बताया गया।
देश की सुरक्षा को लेकर सरकार ऐसा सिस्टम क्यों लेकर आ रही है, इस पर अभी तक कोई स्पष्टीकरण नहीं किया है। प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि हमारी सरकार के दौरान 18 साल की उम्र के जवानों को भर्ती किया जाता था। भर्ती के बाद 18 साल तक जवाब नौकरी करता था। इस दौरान वह देश के लिए बॉर्डर पर आगे होकर लड़ते थे। देश के ज्यादातर सभी बॉर्डर्स पर पंजाब के जवान तैनात होते थे। मगर बीजेपी ने इसे घटाकर चार साल कर दिया है।
मगर अग्नि वीर के आने से पंजाब और हिमाचल जैसे राज्यों का नुकसान हुआ है। क्योंकि हमारे राज्यों से भारी मात्रा में जवान आर्मी जॉइंन करते थे। मगर अब ऐसा नहीं रहा। बाजवा ने कहा कि आज अग्नि वीर स्कीम से कोई भी जवान खुश नहीं है। बीजेपी देश में प्राइवेट आर्मी बनाने की कोशिश कर रही है। इससे देश को बहुत बड़ा थ्रेट है। बाजवा ने कहा कि अगर हमारी सरकार बनी तो हम अग्नि वीर स्कीम को स्कैप करेंगे।
रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल जसबीर सिंह धालीवाल ने कहा कि अग्नि वीर योजना का कोई फायदा नहीं है, मगर नुकसान बहुत ज्यादा है। अगर केंद्र सरकार ने ऐसा कोई प्रोजेक्ट लेकर आना भी था, तो पहले पाइलेट प्रोजेक्ट चलाना चाहिए था। जिससे उसकी खामियों और अन्य चीजों के बारे में पता चलता, मगर केंद्र ने ऐसा नहीं किया। अग्नि वीर का टैस्ट सिर्फ हिंदी और इंग्लिश में हो रहा है। पंजाबी में क्यों नहीं करवाया जा रहा। क्योंकि पंजाब के लोग ज्यादातर पंजाबी में पेपर देकर आर्मी में भर्ती होते थे। मगर इससे आर्मी में जाने वाले बच्चों की संख्या में बड़ी कमी आ गई है। सरकार कह रही है कि पांच साल तक युवाओं को यूज किया जाएगा और फिर उन्हें रिटायर्ड कर दिया जाएगा। केंद्र का ये फैसला देश की सुरक्षा के लिए बड़ा लूप होल है। अग्नि वीर स्कीम के नुकसान ही नुकसान है।