नई दिल्ली: कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट से संक्रमित कई मरीजों में आंखों से जुड़े लक्षण भी सामने आ रहे हैं. सर्दी-खांसी, बुखार और डायरिया जैसे तमाम लक्षणों के अलावा ओमिक्रॉन वैरिएंट संक्रमण से आंखों से जुड़ी समस्या भी हो सकती है. डॉक्टरों के मुताबिक, कोरोना के नए वैरिएंट का पहला लक्षण कई मरीजोंं में आंखों से दिखना शुरू होता है. ये लक्षण कोरोना के दूसरे वैरिएंट में भी देखा गया था.
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने ‘आंखों से जुड़ी समस्या’ को असामान्य या कम दिखाई देने वाले लक्षणों के रूप में सूचीबद्ध किया है. इसमें आंखों से जुड़े एक या एक से ज्यादा लक्षण शामिल हो सकते हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, आंखों में गुलबीपन या आंख के सफेद भाग और पलक की परत पर सूजन (कंजेक्टिवाइटिस) ओमिक्रॉन इंफेक्शन का लक्षण हो सकता है.
इसके अलावा आंखों में लालपन, जलन और दर्द भी नए वैरिएंट के संक्रमण की निशानी हैं. कुछ मरीजों में आंखों से धुंधला दिखाई देने, लाइट सेंसिटिविटी या आंखों से पानी बहने की समस्या भी हो सकती है. एक स्टडी के मुताबिक, कोरोना मरीजों में 5 प्रतिशत आंखों से जुड़ी समस्या कंजेक्टिवाइटिस का शिकार हो सकते हैं.
हालांकि, सिर्फ आंखों से जुड़े लक्षणों के आधार पर नहीं कहा जा सकता कि आप ओमिक्रॉन से संक्रमित हैं. कई बार आंखों से जुड़ीं समस्याएं दूसरी वजहों से भी हो सकती हैं, इसलिए कोविड के अन्य लक्षणों को भी देखें.
भारतीय शोधकर्ताओं ने आंखों से जुड़े लक्षणों को लेकर कहा है कि कोराेना संक्रमित होने का ये शुरुआती लक्षण हो सकता है और इसे एक प्रारंभिक चेतावनी समझा जा सकता है. एक स्टडी के मुताबिक, 35.8 फीसदी हेल्दी लोगों की तुलना में 44 फीसद कोविड के मरीज आंखों से जुड़ी समस्याओं का सामना करते हैं. इसमें आंख से पानी बहना और लाइट सेंसिटिविटी जैसे लक्षण सबसे ज्यादा कॉमन हैं.