ऊना/सुशील पंडित: नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने प्रदेश सरकार के 4 वर्ष पूर्ण होने पर मंडी में होने वाली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली में भीड़ जुटाने के लिए सरकारी तंत्र का दुरुपयोग करने पर प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पर कड़ा प्रहार किया है। ऊना मुख्यालय पर पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि जयराम सरकार के कंधे कमजोर हैं, इसलिए देश के प्रधानमंत्री की रैली का भार भी सहन नहीं कर पा रहे हैं, इस रैली में भी भीड़ जुटाने का लक्ष्य और सरकारी विभागों को दिया गया है। मुकेश अग्निहोत्री ने मुख्य सचिव द्वारा जारी किए गए निर्देश के पत्र को दिखाते हुए कहा कि प्रदेश में जिन लोगों को विभिन्न विभागों में सरकारी योजनाओं के तहत सुविधाएं मिली हैं उनको रैली में पहुंचाने का लक्ष्य दिया गया है।
उन्होंने कहा कि 40 हज़ार लोग भीड़ के रूप में इस रैली में पहुंचे इसका टारगेट फिक्स किया गया है, जो कि पहली बार सरकारी स्तर पर राजनीतिक रैली में लोगों को पहुचाने के लिए अफसरशाही का इस्तेमाल करने की कवायद की गई है, जो कि गलत है। उन्होंने कहा कि ऐसी रैलियां सरकार को अपने कंधों पर करनी चाहिए। क्या भाजपा के कार्यकर्ता रैली में नहीं आ रहे? जो प्रधानमंत्री के सामने भीड़ जुटाने के लिए सरकारी स्तर पर जनता को जुटाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि 11 विभागों को टारगेट दिया गया है, जिनमें बागवानी विभाग को 1600, खाद्य आपूर्ति विभाग को 3000, ग्रामीण विकास को 5000, कल्याण विभाग को 5000, जल शक्ति विभाग को 5000, स्वास्थ्य विभाग को 3500,मिल्क फेडरेशन को 1600 सौ, पशुपालन को 700 लोग व अन्य विभागों को भी जिन्हें योजनाओं का लाभ मिला है उन्हें पहुंचाने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि इनको भोजन की व्यवस्था भी ज़िलाधीश के माध्यम से की जाएगी, उसका भी भुगतान होगा ।मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि जयराम सरकार केवल इवेंट प्रबंधन की सरकार बन कर रह गई है और सरकारी खर्च पर लगातार इवेंट ही किए जा रहे हैं ।
उन्होंने कहा कि कर्ज लेकर घी पीने जैसी स्थिति हो गई है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर जब सरकार से विदा होंगे तो हिमाचल पर 85 हजार करोड़ का ऋण हो जाएगा। उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार प्रदेश को लगातार कर्ज में डुबो रही है, हवाई पट्टी ,राष्ट्रीय राजमार्ग व बड़ा पैकेज के सपने की बात हो गई है। उन्होंने कहा कि इस सरकार में ना कोई उपलब्धि कोई बन पाई है और अब भीड़ जुटाने की भी मुसीबत खड़ी हो गई है। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि जब 40 हज़ार की भीड़ जुटाने का लक्ष्य सरकारी अधिकारियों को दे दिया है तो मुख्यमंत्री मंच पर तालियां मारने को हैं।
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री आ रहे हैं उनकी रैली में कई सरकारी इंतजाम होते हैं, उसमें कोई आपत्ति नहीं है। लेकिन इस प्रकार की गलत रवायत खड़ी नहीं होनी चाहिए चाहे कोई भी दल हो, यह निदनिय है उन्होंने कहा कि सवाल तो यह है कि मिलेगा क्या प्रदेश को? उन्होंने कहा कि निवेश को लेकर पहले भी फिसड्डी सरकार हुई है और अभी हालात वैसे ही हैं, जिन योजनाओं के उद्घाटन शिलान्यास हो रहे हैं वह पहले से तय हैं . उन्होंने कहा कि जशन बनाने वाला कोई विषय नहीं है ,लेकिन यह सरकार का काम है जो करना चाहे करें लेकिन अंतिम वर्ष में सरकार के पांव पूरी तरह से उखड़ चुके हैं और जनता सबक सिखाने के लिए तैयार बैठी है ,गलत निर्णय सरकार के कफन में अंतिम कील साबित होंगे ।