युद्धवीर वैंस का आरोप: हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री और उनके पॉलीटिकल एडवाइजर व अन्य के खिलाफ इडी में की थी शिकायत
कांगड़ा बैंक के कर्मचारियों और होटल मालिकों पर भ्रष्टाचार के आरोप पर दर्ज हुई है एफआईआर
ऊना/ सुशील पंडित: पुलिस स्टेशन एसवी एंड एसीबी ऊना में मेसर्स हिमालय स्नो विलेज और मेसर्स होटल लेक पैलेस के मालिक युद्ध चंद बैंस और कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक लिमिटेड (केसीसीबी) के अधिकारियों/कर्मचारियों के खिलाफ दर्ज किया गया था।
इसी कड़ी में ऊना के विजिलेंस दफ्तर जांच में शामिल होने पहुंचे कांग्रेस नेता और होटल कारोबारी युद्धवीर वैंस ने हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू व अन्य के खिलाफ दिए गए बयान के बाद ठंडी फिजाओं में गरमाहट पैदा कर दी है। विजीलेंस जांच में शामिल होने से पहले ही होटल कारोबारी द्वारा मीडिया को वहां पहुंचने की जानकारी दी गई थी।
उन्होंने दफ्तर से बाहर आते ही बताया कि वह कांग्रेस पार्टी के संगठन से जुड़े हुए हैं। कांग्रेस पार्टी में जय श्री राम बोलना भी एक गुनाह है उन्होंने कहा अब जल्द ही मुझे एक और एफआईआर का भी सामना जय श्री राम बोलने के लिए करना पड़ सकता है। उन्होंने बताया कि मेरे ऊपर जो आरोप है वह बिल्कुल झूठे है मैंने हिमाचल के सीएम के खिलाफ उनका पॉलीटिकल एडवाइजर सुनील बिट्टू के खिलाफ विवेक भाटिया और रंजीत सिंह ज्ञानचंद उर्फ ज्ञानु व अन्य के खिलाफ ईडी में शिकायत की थी। ईडी ने रेड डालने के बाद दो लोगों को पकड़ा है और दो लोग अभी फरार हैं यह सभी लोग सीएम के करीबी है। उन्होंने कहा कि मैंने ईडी को सबूत दिए हैं उन्होंने कहा कि मेरे ऊपर बहुत प्रेशर है मुझे 100 करोड रुपए दिए जाने और कैबिनेट रैंक दिए जाने तक का ऑफर दिया गया पर मैने इन सबको ठुकरा दिया और सच्चाई का साथ दिया है? उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार को बने हुए दो साल हुए हैं ।
उन्होंने कहा कि मैं मंडी और मनाली में होटल बना रहा हूं, इस लोन मामले में मुझे पहले भी क्लीन चिट मिल चुकी है मुख्यमंत्री के करीबी को जेल से बाहर निकालने के लिए मुझ पर प्रेशर है । उन्होंने कहा कि मुझे और मेरे परिवार को इन सभी से जान का खतरा है इसलिए यह मेरा एनकाउंटर भी करवा सकते हैं। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ,गृहमंत्री प्रधानमंत्री और गवर्नर से सुरक्षा उपलब्ध करवाने की मांग भी की है ।