PSIEC के चेयरमैन से विधायक तक जानें गुरप्रीत गोगी का राजनीतिक सफर
लुधियानाः वेस्ट सीट से आप विधायक गुरप्रीत गोगी की देर रात गोली लगने से मौत हो गई। हालांकि इस घटना को लेकर पुलिस की जांच में सामने आया कि गोगी घर में अपना लाइसेंसी पिस्टल साफ कर रहे थे, इस दौरान अचानक गोली चल गई। गोली सिर के आर-पार हो गई। परिवार के सदस्य उन्हें लेकर दयानंद मेडिकल कॉलेज पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उनको मृत घोषित कर दिया। 58 वर्षीय गुरप्रीत गोगी आप में शामिल होने से पहले 23 साल तक कांग्रेस में रहे थे। गोगी ने 2022 में चुनाव से पहले उन्होंने आप पार्टी जॉइन की थी।
2022 में विधानसभा चुनाव के दौरान गोगी अपनी पत्नी के साथ 1990 मॉडल के प्रिया स्कूटर पर नामांकन पत्र दाखिल करने डीसी कार्यालय पहुंचे थे। तब गोगी ने कहा था कि उनकी मां प्रवीण बस्सी ने उन्हें ये स्कूटर लेकर दिया था। यह उनका लक्की स्कूटर है, जिस पर सवार होकर वह कॉलेज जाते रहे और सभी शुभ काम इसी स्कूटर पर ही करते थे। आप ने उनको लुधियाना वेस्ट सीट से प्रत्याशी बनाया था।
जहां उन्होंने कांग्रेस के भारत भूषण को 7512 वोट से हराकर जीत दर्ज की थी। वह नगर निगम में 3 बार पार्षद रहे। उनकी पत्नी डॉ सुखचैन बस्सी भी एक बार पार्षद रह चुकी हैं। आप पार्टी में शामिल होने से पहले गोगी कांग्रेस में नगर निगम के मेयर पद के मजबूत दावेदार थे, लेकिन बाजी बलकार सिंह संधू ने मार ली थी। इसके बाद से उन्होंने कांग्रेस से दूरी बनानी शुरू कर दी थी। गोगी पूर्व CM कैप्टन अमरिंदर सिंह के नजदीकी रहे।
कांग्रेस सरकार के दौरान गुरप्रीत गोगी को पंजाब स्माल इंडस्ट्रीज एंड एक्सपोर्ट कॉर्पोरेशन (PSIEC) के चेयरमैन की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। इससे पहले वे 2014 से 2019 तक कांग्रेस के जिला प्रधान भी रहे। बता दें कि गोगी विवादों में भी रह चुके हैं। अगस्त 2024 में उन्होंने देरी का आरोप लगाते हुए बुड्ढा नाला पाइपलाइन परियोजना में देरी का आरोप लगाते हुए शिलान्यास पट्ट तोड़ दिया था। बता दें कि शुक्रवार को गोगी मौत से पहले लुधियाना बार एसोसिएशन की ओर से आयोजित लोहड़ी समारोह में भी शामिल हुए थे।