संभलः करीब 46 साल बाद कार्तिकेय महादेव मंदिर के कपाट खुलते ही तमाम जगह मंदिर और कुओं के मिलने का सिलसिला शुरू हो गया है। जिले के चंदौसी तहसील इलाके में खंडहरनुमा बांके बिहारी मंदिर मिलने के बाद एक खाली प्लॉट में बावड़ी भी मिली है। शनिवार से इसकी खोदाई शुरू हुई, जो आज भी जारी है। इस दौरान जमीन के नीचे प्राचीन इमारत भी निकली। इसमें तहखाना होने का भी अनुमान लगाया जा रहा है।
इससे पहले भारतीय पुरातत्व विभाग एएसआई की टीम ने सुबह कल्कि मंदिर का सर्वे किया। टीम ने गुंबद की तस्वीरें खींचीं। दीवारों पर नक्काशी के वीडियो बनाए। इसके अलावा, मंदिर परिसर में स्थित कृष्ण कूप यानी कुएं का भी सर्वे किया। वहीं शाम को चंदौसी में प्राचीन बाबली कुएं की खुदाई शुरू की गई। जिला प्रशासन ने दो जेसीबी लगाकर खुदाई की। ASI टीम का संभल में यह दूसरा दिन है। शुक्रवार को टीम ने गुपचुप तरीके से 9 घंटे तक सर्वे किया था। 5 तीर्थ स्थलों और 19 कुंओं से नमूने लिए थे।
कल्कि मंदिर और कृष्ण कुएं को लेकर फिलहाल कोई विवाद नहीं है। माना जा रहा है कि ASI ने मंदिर और कुआं कितना पुराना है? यह जानने के लिए सर्वे किया। वहीं बताया जा रहा है कि संभल में मिली ये बावड़ी करीब 150 साल पुरानी हो सकती है। ये इमारत की पूरी खुदाई के बाद कई तथ्य सामने आने की आशंका है।