चंडीगढ़: बीजेपी हरियाणा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष के बेटे आशुतोष धनखड़ पर जानलेवा हमले का मामला तूल पकड़ था जा रहा है। जहां, मामले की जांच में जुटी सेक्टर 14 थाना पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। जिनकी पहचान आरोपी अमनदीप सिंह, रिशव दत्त, भवनीत के रूप में हुई है। जिसके बाद उन्हें कोर्ट में पेश किया है। जिसके बाद मामले में एक नया मोड़ आ गया। जब एसीजीएम रेखा की कोर्ट में तीनों को पेश किया गया तो तीनों आरोपी के जज ने आशुतोष के हमले पर कुछ धारा गलत लगाते हुए जज से शिकायत की और तीनों युवकों के वकील ने कोर्ट को बताया कि तीनों को राजनीति प्रेशर के चलते गिरफ्तार किया है। कुछ धारा गलत लगाई है।
क्योंकि आशुतोष के नाक की हड्डी टूटी बताई है। जो नहीं टूटी हैं। तब जाकर जज ने एसएचओ सेक्टर 14 हितेन्दर को हॉस्पिटल से ओपिनियन लाने को कहा पर डॉक्टर के हॉस्पिटल पर न होने पर तीनों को अम्बाला जेल भेज दिया गया।
घटना के बाद पुलिस जांच अधिकारी ओपी धनखड़ के निवास स्थान पर पहुंचे थे और आशुतोष धनखड़ से बातचीत कर घटना के बारे में विस्तृत जानकारी ली थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए हरियाणा विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता भी ओपी धनखड़ के निवास स्थान पर पहुंचे थे। यह मामला राजनीतिक और सामाजिक हलकों में चर्चा का विषय बना हुआ है।