जालंधर, ENS: महानगर सहित पंजाब में बुधवार सुबह से घनी धुंध के साथ सर्दी ने दस्तक दे दी है। सीजन की पहली धुंध ने लोगों को घरों में दुबककर रहने को मजबूर कर दिया। शहर से ज्यादा खेतों में धुंध का ज्यादा असर दिख रहा था। पहली धुंध ने जहां सर्दी की शुरुआत की ही है, वहीं तापमान में गिरावट दर्ज की गई। हालांकि देर रात पराली स्मॉग की स्थिति के कारण लोगों की गाड़ियों की रफ्तार धीमी हो गई थी। वहीं अब सुबह सड़कों पर घनी धुंध के कारण सड़कों पर वाहन भी रेंगते हुए चले।
पहले दिन ही अपने कामकाज पर जाने वाले लोगों को वाहन की रफ्तार धीमी करने को मजबूर कर दिया। मुख्य हाईवे पर वाहन चालक अपने वाहनों की लाइट जलाकर धीरे-धीरे आगे बढ़ते नजर आए। मौसम विभाग की मानें तो धुंध अभी और कई दिनों तक पड़ सकती है। पिछले दिनों के दौरान लोगों को हल्की गर्मी का सामना करना पड़ रहा था। दिन व रात के तापमान में 12 डिग्री का अंतर दिखाई दिया है। मौसम विभाग के मुताबिक पिछले पांच वर्ष में पहली बार नवंबर का तापमान 30 डिग्री से अधिक चल रहा है। नवंबर महीने में बारिश भी सामान्य से कम रहेगी।
पंजाब में स्मॉग के कारण लोगों को सांस लेने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं अगर पंजाब कुछ जिलों की बात करें तो अमृतसर में AQI 254, बठिंडा में 151, जालंधर में 232, लुधियाना में 228, मंडी गोबिंदगढ़ में 289 और पटियाला में 269 रहा, जबकि रूपनगर का AQI 190 रहा है। पंजाब सरकार की सख्ती के बावजूद पराली जलाने के मामले सामने आ रहे हैं। हालांकि अब ये मामले कम हो गए हैं। 24 घंटे में पराली जलाने के 83 मामले दर्ज किए गए हैं। राहत की बात यह है कि 9 जिलों में पराली जलाने का एक भी मामला सामने नहीं आया है।