Highlights:
- पंजाब में गन्ने की पेराई 25 नवंबर से शुरू होगी।
- इस साल गन्ने की खेती के क्षेत्र में 5% की वृद्धि हुई है।
- राज्य में 62 लाख क्विंटल चीनी उत्पादन की उम्मीद है।
चंडीगढ़, 7 नवंबर 2024: पंजाब सरकार ने घोषणा की है कि राज्य में गन्ने की पेराई का सीजन 25 नवंबर से शुरू होगा। इस महत्वपूर्ण निर्णय की जानकारी पंजाब के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री गुरमीत सिंह खुडियन ने राज्य गन्ना नियंत्रण बोर्ड की बैठक के दौरान दी, जो बुधवार को उनके कार्यालय में आयोजित की गई थी।
इस साल पंजाब में गन्ने की खेती के क्षेत्र में 5% की वृद्धि दर्ज की गई है। पिछले साल की तुलना में, इस साल गन्ने की फसल 1 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में लगाई गई है, जो पहले 95,000 हेक्टेयर था। पंजाब में 15 चीनी मिलें हैं, जिनमें से नौ सहकारी और छह निजी मिलें हैं। ये मिलें इस सीजन में लगभग 700 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई करेंगी और 62 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया जाएगा।
किसानों को सहूलियत देने की तैयारी
कृषि मंत्री खुडियन ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि पेराई की शुरुआत से पहले सभी जरूरी तैयारियां पूरी कर ली जाएं। उन्होंने जोर देकर कहा कि किसानों को अपनी फसल बेचने में किसी प्रकार की असुविधा न हो और उन्हें समय पर भुगतान भी सुनिश्चित किया जाए। पेराई के दौरान किसानों को किसी भी प्रकार की कठिनाइयों से बचाने के लिए सभी विभागीय प्रक्रियाओं को सुसंगठित और कुशल तरीके से संचालित किया जाएगा।
कृषि क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव
गन्ने की खेती का बढ़ता हुआ क्षेत्र राज्य के कृषि क्षेत्र में एक सकारात्मक बदलाव को दर्शाता है। किसानों की आय बढ़ाने के उद्देश्य से सरकार ने गन्ना उत्पादन को बढ़ावा दिया है। पंजाब में गन्ना किसानों को हर संभव सहायता उपलब्ध कराने के लिए सरकारी और सहकारी चीनी मिलें सहयोग कर रही हैं। खुडियन ने यह भी बताया कि पिछले साल की तुलना में गन्ने की फसल का क्षेत्र 5% अधिक बढ़ा है, जो कि राज्य में गन्ना उत्पादन की सकारात्मक वृद्धि को इंगित करता है।
समय पर भुगतान सुनिश्चित करने की योजना
बैठक के दौरान कृषि मंत्री ने यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाने का निर्देश दिया कि किसानों को उनकी उपज का भुगतान समय पर मिल सके। इसके लिए सभी मिलों को निर्देश दिए गए हैं कि वे किसानों को भुगतान के मामलों में किसी प्रकार की देरी न करें। पिछले कुछ सालों में सरकार ने गन्ना किसानों को बेहतर कीमतें दिलाने और समय पर भुगतान सुनिश्चित करने के लिए कई अहम कदम उठाए हैं।
सरकारी और निजी मिलों का सहयोग
राज्य में 15 चीनी मिलें हैं, जिनमें से नौ सहकारी और छह निजी मिलें हैं। सरकार ने गन्ना उत्पादन और चीनी उत्पादन में वृद्धि के लिए दोनों प्रकार की मिलों को विशेष सहयोग और सुविधाएं प्रदान की हैं। गन्ना नियंत्रण बोर्ड की इस बैठक में इस बात पर भी चर्चा हुई कि चीनी मिलों को निर्बाध संचालन में कोई दिक्कत न हो और वे पूरी क्षमता के साथ गन्ने की पेराई कर सकें।
बैठक में वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति
इस बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव, कृषि एवं किसान कल्याण अनुराग वर्मा, पंजाब कृषि आयुक्त नीलीमा, व्यय सचिव वीएन झाडे, शुगरफेड के प्रबंध निदेशक डॉ. सेनू दुग्गल, कृषि निदेशक जसवंत सिंह, पंजाब गन्ना आयुक्त दिलबाग सिंह, और पंजाब कृषि विश्वविद्यालय के क्षेत्रीय अनुसंधान स्टेशन कपूरथला के निदेशक गुलजार सिंह संघेरा सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
चीनी उत्पादन के साथ किसानों की आय में वृद्धि
इस साल चीनी उत्पादन के लिए राज्य के लक्ष्य को पूरा करने के लिए सरकार ने आवश्यक सभी व्यवस्थाएं की हैं। गन्ने की खेती के बढ़ते क्षेत्र के साथ, किसानों की आय में भी उल्लेखनीय वृद्धि होने की संभावना है। खुडियन ने भरोसा जताया कि इस साल का पेराई सीजन न केवल चीनी उत्पादन के मामले में सफल रहेगा, बल्कि किसानों की आय को भी बढ़ावा देगा।
राज्य सरकार की ओर से यह फैसला पंजाब के किसानों के लिए राहत का संदेश है, जो कि उनके आय को बढ़ाने में सहायक साबित होगा।