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फिरोजपुरः जिले से किसानों व मजदूरों का एक जत्था जिला अध्यक्ष इंद्रजीत सिंह बाठ व जिला सचिव डा. गुरमेल सिंह फत्तेवाला के नेतृत्व में शंभू बॉर्डर पर मनाई जा रही वर्षगांठ में शामिल होने के लिए रवाना हुआ। नेताओं ने कहा कि किसान आंदोलन-2 को शुरू हुए एक साल से अधिक समय हो गया है।
आज ही के दिन 21 फरवरी को जब किसान अपनी 12 सूत्री मांगों को लागू करवाने के लिए दिल्ली की ओर बढ़ रहे थे, तो केंद्र की मोदी सरकार के इशारे पर हरियाणा सरकार ने किसानों को रोकने के लिए शंभू, खनौरी, रतनपुरा बॉर्डर पर गोलियां चलाईं, आंसू गैस के गोले और बम फेंके, जिससे 400 से अधिक किसान घायल हो गए और खनौरी बॉर्डर पर बठिंडा जिले के गांव बल्लो के युवक शंभकरण सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
देश और दुनिया भर में किसानों के प्रति सहानुभूति रखने वाले लोगों ने शंभकरण सिंह की शहादत और मोदी सरकार द्वारा किसानों पर किए जा रहे अत्याचारों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। इस आंदोलन के दौरान 35 से अधिक लोग शहीद हो चुके हैं। आज गांव बल्लो, शंभू, खनौरी व रतनपुरा बॉर्डर पर शंभकरण समेत सभी शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए किसान मजदूर बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं। उन शहीदों को याद करते हुए एमएसपी गारंटी कानून बनाने सहित 12 मांगों को लेकर संकल्प लेंगे और 12 मांगों के लागू होने तक आंदोलन-2 जारी रखेंगे।
नेताओं ने आगे कहा कि पंजाब सरकार शहीदों के परिवारों को नौकरी और मुआवजा दे। इसी तरह फिरोजपुर जिले के प्रशासन को चेतावनी दी जाती है कि गांव आसफ वाला, तहसील जीरा के शहीद जीरा सिंह की फाइल जल्द पूरी की जाए तथा परिवार को मुआवजा व नौकरी दी जाए, अन्यथा संगठन संघर्ष करने पर मजबूर होगा। इस अवसर पर रणजीत सिंह खाचर वाला, नरिंदरपाल सिंह जटाला, सुरजीत सिंह फौजी, बचित्तर सिंह कुतुबुद्दीन वाला, गुरमेल सिंह जिया बग्गा, गुरनाम सिंह अली के, वीर सिंह निजामुद्दीन, बलराज सिंह फेरो के, मस्सा सिंह आसफ वाला, हरदीप सिंह, केवल सिंह वाहका, दविंदर सिंह फुलरावां, अवतार सिंह, मंगल सिंह सवाई के आदि जोन के नेता व किसान मजदूर उपस्थित थे।