अमृतसरः दशम पिता श्री गुरु गोबिंद सिंह महाराज जी के परिवार की लासानी शहादत को सिख समुदाय कभी भूला नहीं सकता है। हर साल दिसंबर के महीने में शहीदी पखवाड़ा आता है और इन दिनों में साहिबजादों और माता गुजरी जी की लासानी शहादत को याद किया जाता हैं। इस मौके पर शहीदों की याद में श्री अकाल तख्त साहिब पर मूल मंत्र का जाप किया गया।
इस दौरान श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने संगत को संदेश दिया कि वह दशमेश पिता, सरबंसदानी श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के सबसे बड़े साहिबजादे बाबा अजीत सिंह जी और बाबा जुझार सिंह जी सहित चमकौर युद्ध के अद्वितीय शहीदों की याद में 10 बजे दुनिया भर में रहने वाली सिख संगत 10 मिनट के लिए मूल-मंत्र और गुरु-मंत्र का जाप करें। इसी के चलते आज सुबह 10 बजे श्री अकाल तख्त साहिब और श्री दरबार साहिब के सूचना केंद्र में बड़ी संख्या में संगत ने 10 मिनट तक मूल मंत्र का जाप किया।
इस दौरान श्री अकाल तख्त साहिब और हेड ग्रंथी ज्ञानी मलकीत सिंह ने कहा कि देश श्री गुरु गोबिंद सिंह जी की शहादत और उनके परिवार की शहादत को कभी नहीं भूल सकता और उनके शहीदी दिनों के दौरान श्री अकाल के आदेश पर तख्त साहिब से संगत ने आज श्री अकाल तख्त साहिब पर 10 मिनट तक बैठकर मूल मंत्र का जाप किया है। उन्होंने कहा कि संगत हमेशा गुरु साहिब की रजा में रहकर अच्छे कार्य करती रहे।