चंडीगढ़, 12 नवंबर 2024: पंजाब सरकार की प्राथमिकता के तहत राज्य में विकास कार्यों में तेजी लाने के उद्देश्य से आज स्थानीय सरकार मंत्री डॉ. रवजोत सिंह की अध्यक्षता में उच्च-स्तरीय समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता मामले मंत्री लाल चंद कटारुचक, स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर सिंह, विभिन्न जिलों के नगर निगम आयुक्त, अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर और नगर परिषदों के कार्यकारी अधिकारी भी शामिल हुए। पंजाब सरकार के मुख्य उद्देश्य “गैबेज-फ्री सिटी” पर जोर देते हुए डॉ. रवजोत सिंह ने अधिकारियों को राज्य भर में चल रहे विकास कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए।
Highlights:
- पंजाब में स्वच्छता की पहल: मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान का विजन है कि पंजाब के शहर कचरा मुक्त बनाए जाएं।
- विकास कार्यों में तेजी: स्वच्छ भारत मिशन, अमृत मिशन और 15वें वित्त आयोग के तहत परियोजनाओं पर जोर।
- विकास कार्यों के लिए धन की कमी नहीं: मंत्री ने कहा कि सभी आवश्यक विकास कार्यों के लिए पर्याप्त धनराशि उपलब्ध कराई जाएगी।
बैठक की शुरुआत में मंत्री डॉ. रवजोत सिंह ने स्वच्छ भारत मिशन, अमृत मिशन, और 15वें वित्त आयोग के तहत चल रही विभिन्न परियोजनाओं की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि राज्य के सभी जिलों में चल रहे विकास कार्यों की गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने कहा कि सरकार का उद्देश्य नागरिकों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करना है, जिसके लिए विकास कार्यों में देरी सहन नहीं की जाएगी।
डॉ. रवजोत सिंह ने सीवरेज और जल शोधन संयंत्रों के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) तैयार हो जाने पर जल्द से जल्द निविदाएं आमंत्रित करने के निर्देश दिए ताकि कार्य जल्द शुरू किए जा सकें। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि इन परियोजनाओं के लिए पंचायती भूमि की पहचान की जाए और यदि पंचायती भूमि उपलब्ध नहीं है, तो सरकारी दिशानिर्देशों के अनुसार वैकल्पिक निजी भूमि का अधिग्रहण किया जाए।
“कचरा मुक्त शहर” बनाने पर जोर
मंत्री डॉ. रवजोत सिंह ने मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के विजन का उल्लेख करते हुए कहा कि पंजाब के सभी शहरों को कचरा मुक्त बनाना सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने फील्ड अधिकारियों को निर्देशित किया कि शहरों में कहीं भी कचरे के ढेर नजर न आएं और प्रभावी कचरा प्रबंधन पर विशेष ध्यान दिया जाए। मंत्री ने डोर-टू-डोर कचरा एकत्रीकरण और इसके अलगाव की प्रक्रिया को मजबूत बनाने पर जोर दिया।
सफाई व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए, उन्होंने अधिकारियों से कहा कि दैनिक सफाई और सीवर प्रणाली की समय पर सफाई सुनिश्चित की जाए ताकि बरसात के मौसम में गंदा पानी सड़कों पर न फैले। इसके अतिरिक्त, नागरिकों को स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता, स्ट्रीट लाइट्स का कार्यशील रहना, तालाबों की सफाई और सौंदर्यीकरण जैसे कार्यों पर भी विशेष ध्यान देने को कहा।
विकास परियोजनाओं के लिए धन की कमी नहीं
मंत्री डॉ. रवजोत सिंह ने अधिकारियों को यह भी आश्वासन दिया कि विकास कार्यों के लिए राज्य सरकार द्वारा पर्याप्त धनराशि प्रदान की जा रही है। उन्होंने कहा कि यदि किसी शहरी निकाय को अतिरिक्त धनराशि की आवश्यकता होती है, तो उसे मुख्यालय में प्रस्ताव भेजना चाहिए।
उन्होंने कहा कि सरकार ने विकास परियोजनाओं को समय पर पूरा करने के लिए धन की कोई कमी नहीं छोड़ी है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सभी परियोजनाएं समय सीमा के भीतर पूरी की जाएं ताकि नागरिकों को जल्द से जल्द इनका लाभ मिल सके।
बैठक में अन्य प्रमुख अधिकारियों की उपस्थिति
इस समीक्षा बैठक में अन्य प्रमुख विधायकों, जिनमें एस.एस. आहलूवालिया, गुरदेव सिंह मान, गुरलाल घनौर, अजीत पाल सिंह कोहली, डॉ. चरणजीत सिंह, इंद्रजीत कौर मान, रमन अरोड़ा, जीवन जोत कौर, और दलबीर सिंह टोंग शामिल थे। बैठक में स्थानीय सरकार विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव तेजवीर सिंह, निदेशक गुरप्रीत सिंह खैरा, पीएमआईडीसी सीईओ दीप्ति उप्पल और हलका प्रभारी भी मौजूद थे।
मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार का उद्देश्य सभी नागरिकों को बेहतर जीवन स्तर प्रदान करना है, जिसके लिए सरकार ने विभिन्न योजनाओं के तहत परियोजनाओं को प्राथमिकता दी है। बैठक के दौरान, मंत्री ने नगर निगमों के अधिकारियों से कहा कि वे प्रतिदिन के कार्यों में गुणवत्ता और पारदर्शिता बनाए रखें।