कपूरथला/चंद्रशेखर कालिया: पंजाब में आचार संहिता लागू हो चुकी है। विभिन्न सियासी पार्टियों के नेता वोट की राजनीति को बढ़ावा दे रहे हैं। ऐसे में नागरिकों को वोट के अधिकार का महत्व समझते हुए सही प्रत्याशी को मत देना चाहिए। तभी प्रदेश और हमारा भविष्य उज्ज्वल बनेगा। बिना सोचे समझे की गई वोट हमारे समाज के लिए नुकसान का कारण न बने, इसीलिए सही उम्मीदवार का चयन करना चाहिए। उसी पार्टी को वोट करनी चाहिए जो महिलाओं को उचित सम्मान दे। नारी शक्ति के उत्थान और प्रदेश के विकास के लिए कार्य करे। वोट के अधिकार लिए बड़ी कुर्बानियां देनी पड़ी हैं।
परंतु लालच व निजी मुफाद के चलते वोट का प्रयोग नहीं होना चाहिए। महिलाओं के हित पर पहरा देने वाली पार्टियों को अगर नारी शक्ति वोट करेगी तो समाज में प्रगति होगी। शोभा रानी का कहना है कि नारी को घर की चारदीवारी से बाहर निकलकर समाज की सुध लेनी चाहिए। पुरुष के मुकाबले महिला आज भी पूरी शक्तिशाली है। इसके बावजूद महिला शक्ति को दबाने वाली हर आवाज के खिलाफ बुलंद होना चाहिए। रजनीश शर्मा का कहना है कि चुनाव के दौर में जो प्रत्याशी किसी प्रकार का लालच दे या दबाव डाले तो उसके खिलाफ चुनाव आयोग को तुरंत शिकायत की जाए। क्योंकि पारदर्शता के साथ चुनाव करवाने लिए आयोग के पास पूरी ताकत होती है।
कंचन कुमारी का कहना है कि चुनावों में महिलाओं को अपने अधिकार व ताकत से अवगत होकर अच्छे समाज के लिए वोट करनी चाहिए। अपने परिवारों को अगर महिला शक्ति वोट के प्रति जागरूक करती है तो हमारा भविष्य यकीनी तौर पर उज्ज्वल होगा। वीर वाला का कहना है कि जिस तरह घर चलाने में महिला पूरी तरह जागरूक होती है, उसी तरह से समाज चलाने में भी उसे अहम जिम्मेदारी इस चुनाव में निभानी चाहिए। उसी सरकार को वोट करनी चाहिए जो महिलाओं के उत्थान के लिए कार्य करे। ववीता का कहना है कि मतदान में महिला शक्ति की भूमिका हमेशा खास रहती है। बिना सोचे समझे मतदान करना भविष्य के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। आपराधिक पृष्ठभूमि से जुड़े प्रत्याशियों से दूरी बनाकर सही उम्मीदवार को ही वोटर करनी चाहिए।